(प्रदीप कुमार)-कांग्रेस राहुल गांधी ने आज मध्य प्रदेश के शहडोल में जन आक्रोश सभा को संबोधित किया। सभा में राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार, चरमराई हुई कानून व्यवस्था, आदिवासियों पर अत्याचार को लेकर भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने जातिगत जनगणना कराने की मांग दोहराई और कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही जातिगत जनगणना कराई जाएगी।इस दौरान मध्य प्रदेश के प्रभारी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय समेत पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
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भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी द्वारा अपनी किताब में मध्य प्रदेश को भाजपा और आरएसएस की असली प्रयोगशाला बताया जाने का हवाला देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा और आरएसएस की प्रयोगशाला मध्य प्रदेश में मरे हुए लोगों का इलाज किया जाता है और उनका पैसा चोरी किया जाता है। महाकाल कॉरिडोर में भगवान शिव से चोरी की गई। स्कूल यूनिफॉर्म, मिड-डे मील के पैसे की चोरी की गई। व्यापम में एक करोड़ युवाओं के भविष्य को बर्बाद किया गया, 40 लोगों की हत्या हुई। एमबीबीएस सीट बिकीं। पटवारी बनने के लिए 15 लाख रुपये की रिश्वत देना पड़ती है।राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा और आरएसएस की इस प्रयोगशाला में 18 साल में 18 हजार किसानों ने आत्महत्या की। मंदसौर में किसानों को गोली मारी गई। रोजाना महिलाओं से दुष्कर्म हो रहे हैं। भोपाल में एक लड़की से दुष्कर्म होता है और उसे बचाने की कोशिश कर रहे उसके भाई की पुलिस के सामने हत्या कर दी जाती है। सड़ा हुआ अनाज आदिवासियों को दिया जाता है। भाजपा नेता आदिवासियों पर पेशाब करते हैं।जनसमूह को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये दिए जाएंगे। सिलेंडर एक हजार की जगह 500 रुपये में मिलेगा। 100 यूनिट बिजली मुफ्त मिलेगी। तेंदू पत्ता संग्राहकों को चार हजार रुपये प्रति मानक बोरा मजदूरी मिलेगी।
राहुल गांधी ने आदिवासियों को वनवासी कहे जाने पर प्रधानमंत्री मोदी को घेरा और कहा कि पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भाषणों में आदिवासियों को वनवासी कहते थे। मैंने कहा कि प्रधानमंत्री वनवासी कहकर आदिवासियों का अपमान कर रहे हैं। अब प्रधानमंत्री मोदी के मुंह से तो आदिवासी शब्द निकलता है, लेकिन दिल और दिमाग में वनवासी है। आदिवासी शब्द का मतलब हिंदुस्तान के वासी, यानी वे लोग, जो इस जमीन के मालिक थे। इस देश की जल-जंगल-जमीन पर आदिवासियों का हक है। लेकिन वनवासी शब्द का अर्थ है कि आपका जमीन पर कोई हक नहीं बनता, आप जंगल में रहते हो।आदिवासियों के लिए कांग्रेस के योगदान का हवाला देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पेसा कानून और वन अधिकार कानून लेकर आई थी। कांग्रेस ने कानून बनाया था कि अगर किसी उद्योगपति को आदिवासी की जमीन चाहिए, तो उसे ग्राम सभा से अनुमति लेनी होगी। लेकिन भाजपा ने इस कानून को रद्द कर दिया। साढ़े चार लाख जमीन के पट्टे भाजपा सरकार ने रद्द कर दिए, कांग्रेस सरकार ने समीक्षा करके साढ़े तीन लाख पट्टे आदिवासियों के हवाले किए थे। कांग्रेस पार्टी आदिवासियों को जमीन का हक़ वापस देगी।
राहुल गांधी ने जातिगत जनगणना का जिक्र करते हुए कहा कि आदिवासी वर्ग, ओबीसी वर्ग, दलित वर्ग को कितनी हिस्सेदारी मिलनी चाहिए, ये सब जातिगत जनगणना से पता चलेगा। हिंदुस्तान को चलाने वाले केंद्र सरकार के 90 अफसरों में से सिर्फ तीन ओबीसी हैं। यह ओबीसी अफसर 100 रूपये में से सिर्फ पांच रुपये का निर्णय लेते हैं। वहीं आदिवासी अफसर 100 रुपये में से सिर्फ 10 पैसे यानि 0.1 प्रतिशत बजट पर निर्णय लेते हैं। उन्होंने इसे आदिवासी वर्ग का इससे बड़ा अपमान और शर्म की बात बताया।राहुल गांधी ने घोषणा की चूंकि कांग्रेस ओबीसी, आदिवासियों और दलितों को हिस्सेदारी देना चाहती है इसलिए मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने पर पहला काम जातिगत जनगणना का होगा। उन्होंने जातिगत जनगणना को हिंदुस्तान का एक्सरे बताया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को चुनौती दी थी कि वह जातिगत जनगणना कराएं। कांग्रेस पार्टी ने जो जाति जनगणना की थी, उसके आंकड़े जारी करें। मगर पीएम मोदी सच्चाई छुपा रहे हैं। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी ध्यान भटकाने के लिए कभी पाकिस्तान की बात करते हैं, कभी साउथ इंडिया की बात करते हैं।