(देवेंदर शर्मा): रोहतक की सुनारिया जेल में बंद राम रहीम की पैरोल मंजूर हो गई। आज 1:25 पर दो गाड़ियों में उनके परिवार के सदस्य गुरमीत राम रहीम को लेने सुनारिया जेल में पहुंचे थे। इसके बाद 1:35 पर गुरमीत राम रहीम परिवार के सदस्यों के साथ पुलिस सुरक्षा में जेल से बाहर निकल कर बरनावा की तरफ निकल गया। इस दौरान राम रहीम 40 दिन यूपी के बरनावा आश्रम में रहेगा। राम रहीम को इससे पहले पिछले साल 2022 में 3 बार पैरोल मिली थी और वह 91 दिन जेल से बाहर रहा था।
सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के दोषी गुरमीत राम रहीम की पैरोल का रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंशुल छत्रपति ने विरोध किया है। उनका कहना है कि राम रहीम एक आदतन अपराधी है, जिसको बार-बार पैरोल देना न्याय और न्यायपालिका का मजाक बनाना है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि राम रहीम को पैरोल ना दी जाए। सुनारिया जेल में हत्या और बलात्कार के मामले में कैदी राम रहीम ने रोहतक जेल के जेलर सुनील सांगवान को पैरोल के लिए अर्जी दी थी। जिसमें गुरमीत राम रहीम ने सिरसा डेरे में जाने की इच्छा व्यक्त की थी। लेकिन सुरक्षा के कारणों के चलते गुरमीत राम रहीम को बरनावा आश्रम में 40 दिन पैरोल पर रहने की इजाजत दी है। जेलर सुरेंद्र सांगवान ने सुनील सांगवान ने कमिश्नर रोहतक को फाइल भेजी। जिसके बाद उत्तर प्रदेश बागपत के डीएम की रिपोर्ट के आधार पर कमिश्नर रोहतक संजीव वर्मा ने 40 दिन की पैरोल की मंजूरी दी है।
अब सवाल यह उठता है कि आखिर सरकार गुरमीत राम रहीम पर इतनी मेहरबान क्यों है। बार-बार गुरमीत राम रहीम को पैरोल मिलना अपने आप में सवाल खड़े करता है। वहीं छत्रपति रामचंद्र की हत्या के दोषी राम रहीम की पैरोल का रामचंद्र की बेटे ने जमकर विरोध किया है। उनका कहना है कि न्याय का मजाक है राम रहीम को बार-बार पेरोल मिलना।
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दो दो बलात्कार और हत्या का दोषी राम रहीम एक आदतन अपराधी है। जिस तरह से बार-बार इसको पैरोल दी जा रही है, यह न्याय संगत नहीं है। गुरमीत राम रहीम को बार-बार पेरोल देकर बाहर लाया जा रहा है यह हमारे नए प्रणाली और न्यायपालिका का मजाक बनाया जा रहा है। यह किसी भी तरीके से ठीक नहीं है। मेरी हरियाणा सरकार से गुजारिश है कि एक बलात्कारी और हत्यारे को जिसने धर्म का लबादा ओढ़कर लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है।
धार्मिक आस्था को तार-तार किया जिसने बच्चियों के साथ बलात्कार किया। अपने साधुओं को नपुंसक बनवाया, कई हत्याएं करवाई, वह इतने संगीन अपराधों में सजा काट रहा है इस तरह के व्यक्ति को बार-बार पेरोल देना कहीं भी न्याय संगत नहीं है।
वहीं राम रहीम को मिली पैरोल पर हरियाणा के जेल मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने कहा है की वे एक साधारण कैदी हैं। वे पहले भी कई बार पैरोल पर जा चुके हैं। ये उनका अपना अधिकार है। हर कैदी को कुछ समय बाद पैरोल पर जाने का अधिकार होता है। उन्हें हम पैरोल नहीं देते, सक्षम अधिकारी देते हैं।
वहीं इस मामले पर हरियाणा के सीएम खट्टर ने कहा है की मुझे इस बात की जानकारी नहीं थी कि राम रहीम (डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह) को पैरोल मिली है, लेकिन अगर पैरोल मिली है तो कोई प्रक्रिया के अंतर्गत मिली होगी और उसमें उनका अधिकार होगा। मैं इसमें दखल नहीं दूंगा।