RBI MPC Meeting:Repo Rate में फिर से कोई बदलाव नहीं, FY24 में 6.5% रह सकती है GDP ग्रोथ

RBI MPC Meeting: भारतीय रिजर्व बैंक ने तीन दिवसीय मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में लिए गए फैसलों का ऐलान कर दिया है और इस बार भी केंद्रीय बैंक ने लोन लेने वाले ग्राहकों को बड़ी राहत दी है।हालांकि, इस फेस्टिव सीजन में लोगों ने रेपो रेट में कटौती की जो आस लगाई थी वो जरूर टूटी है। देश में महंगाई दर आरबीआई के तय दायरे से ऊपर होने के बावजूद नीतिगत दरों यानी Repo Rate को यथावत रखने का फैसला किया गया है। मतलब Loan EMI में कोई बदलाव नहीं होगा। ये लगातार चौथी बार है जबकि रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला किया गया है।

6.50% पर स्थिर रखा रेपो रेट
Repo Rate फिलहाल, 6.50 फीसदी है और एक्सपर्ट पहले से इसके स्थिर रहने की उम्मीद जता रहे थे. बीते साल केंद्रीय बैंक ने चरम पर पहुंची महंगाई दर को काबू में करने के लिए एक के बाद कई बार इस दर में बढ़ोतरी की थी. मई 2022 में Repo Rate 4 फीसदी पर था, जो फरवरी 2023 आते-आते 6.50 फीसदी पर पहुंच गया था. हालांकि, इसके बाद से ये यथावत रखा गया है. शक्तिकांत दास ने कहा कि दुनिया में चुनौतियों के बावजूद भारत ग्रोथ इंजन बना हुआ है।

इंक्रीमेंटल सीआरआर
इंक्रीमेंटल सीआरआर को सात अक्टूबर से चरणबद्ध तरीके से बंद किया जा रहा है आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को मौद्रिक नीति समीक्षा पर ब्रीफिंग के दौरान कहा कि इंक्रीमेंटल सीआरआर की समीक्षा आठ सितंबर को की गई थी और इसे सात अक्टूबर को चरणबद्ध तरीके से बंद किया जा रहा है।

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सीपीआई मुद्रास्फीति 5.4 प्रतिशत रहने का अनुमान
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को मौद्रिक नीति समीक्षा पर ब्रीफिंग के दौरान कहा कि सीपीआई मुद्रास्फीति 5.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है जो पहले के अनुमान के समान है।

महंगाई को लेकर RBI का ये अनुमान
शक्तिकांत दास ने महंगाई के तय दायरे के ऊपर होने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि वैश्विक आउटलुक महंगाई दरों पर असर डालने वाला रहा है. इसके अलावा जुलाई 2023 में टमाटर समेत अन्य सब्जियों की बढ़ी कीमतों का प्रभाव भी महंगाई दर पर देखने को मिला है. उन्होंने FY24 में महंगाई दर 5.4 फीसदी रहने का अनुमान जाहिर किया है. FY24 की दूसरी तिमाही में रिटेल महंगाई (CPI) 6.2 फीसदी से बढ़कर 6.4 फीसदी रहने का अनुमान, जबकि तीसरी तिमाही में ये 5.6 फीसदी और चौथी तिमाही में 5.2 फीसदी पर रह सकती है।

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