( सत्यम कुशवाह ), लखनऊ- उत्तर प्रदेश में एक ओर जहां समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच INDIA गठबंधन में सीटों के बंटवारे पर बात नहीं बन पा रही है, वहीं दूसरी ओर स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा को झटका देकर “राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी” का गठन कर लिया। इस पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने जो तंज कसा है उस पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने बड़ा पलटवार भी किया है।
स्वामी प्रसाद मौर्य के समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देने और अपनी नई पार्टी बनाने के ऐलान पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि “फायदे के लिए हर कोई आता है, लेकिन मौके पर कौन टिकता है..किसके मन में क्या है ये कौन बता सकता है? कोई ऐसी मशीन हो जिससे पता चल पाए कि किसी के मन में क्या चल रहा है ? लाभ लेकर तो हर कोई चला ही जाता है।
Read Also: Loksabha Elections 2024: अटकलों पर कमलनाथ ने लगाया विराम, बोले BJP में नहीं होंगे शामिल
इसके दूसरी ओर सपा मुखिया अखिलेश यादव के बयान के जवाब में स्वामी प्रसाद मौर्य बोले- मेरे लिए पद नहीं.. विचार मायने रखते हैं। उनकी सरकार न तो केंद्र में है और न ही प्रदेश में है वो कुछ देने की हैसियत में नहीं हैं। उन्होंने जो भी दिया वह मैं उनको सम्मान के साथ वापस कर दूंगा। उनकी कही बातें उन्हें मुबारक।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि 22 फरवरी को दिल्ली में कार्यकर्ताओं को समागम होगा, उसी दिन अपनी पार्टी पर फैसला सुनाया जाएगा। जब संगठन में ही भेदभाव है एक राष्ट्रीय महासचिव का हर बयान निजी हो जाता है..जब पद में ही भेदभाव है और मैं भेदभाव की ही लड़ाई लड़ता हूं तो ऐसे पद पर रहने का औचित्य क्या है? इसलिए सारे मामले की जानकारी का उल्लेख कर राष्ट्रीय अध्यक्ष को 13 फरवरी को इस्तीफा पत्र भेजा था, उस पर उन्होंने बात करना उचित नहीं समझा, इसीलिए मैं अब कदम आगे बढ़ा रहा हूं। अब मेरे कार्यकर्ता तय करेंगे कि उन्हें क्या करना है?