(देवेंद्र शर्मा): जहां हरियाणा अपना 56वां स्थापना दिवस मना है। हरियाणा सरकार अपने विकास कार्यों को लेकर व्याखान में लगी हुई। वहीं रोहतक के पीजीआई के एमबीबीएस स्टूडेंट की धरने प्रदर्शन की खबर आ रही है। आज हरियाणा दिवस पर रोहतक के एमबीबीएस के सैंकड़ों की संख्या में एमबीबीएस स्टूडेंट्स ने हरियाणा सरकार की एमबीबीएस की पढ़ाई के दौरान चालीस लाख की बांड पॉलिसी लागू के विरोध में धरना प्रदर्शन शुरू किया है।
प्रदर्शन कर रहे एमबीबीएस स्टूडेंट हरियाणा सरकार इस चालीस लाख की बांड पॉलिसी वापिसी की मांग की है। वहीं सरकार को चेतावनी भी दी है अगर सरकार यह पॉलिसी को वापिस नही करती है वे अपने हक की लड़ाई के लिए ऐसे संघर्ष करते रहेंगे। हरियाणा सरकार ने चालीस लाख बॉन्ड पॉलिसी 2020 में लागू की थी जिसका विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है।
एमबीबीएस स्टूडेंट्स ने कहा कि आज हमारा धरना प्रदर्शन हरियाणा सरकार की एमबीबीएस की सात साल की पढ़ाई के दौरान चालीस लाख रुपए के बांड पॉलिसी के विरोध में हैं। जबकि हम टॉप रैंक हासिल कर यहां तक आए है जब हम टॉप रेंक ले कर आए है तो हम पैसे क्यों दे। हरियाणा सरकार की यह बांड पॉलिसी सही नहीं हैं।
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पीजीआई रोहतक में एक बेंच में 250 स्टूडेंट है जोकि सभी कटेगरी के स्टूडेंट है। सरकार हमसे चालीस लाख की रुपए ले रही है। हमारा विरोध किसी सरकार या राजनीति दल के खिलाफ नहीं हैं यह लड़ाई हमारी हमारे हक की है। हम अपने हक के लिए आगे भी लड़ते रहेंगे। हमारी सरकार से अपील और मांग भी है की सरकार चालीस लाख बॉन्ड पॉलिसी को तुरंत वापिस ले।