(दिनेश कुमार): फ़रीदाबाद शहर में दिवाली के बाद लगातार एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के आसपास बना हुआ है जोकि निहायती खतरनाक स्थिति है। प्रदूषण के खतरनाक स्थिति पर पहुंच जाने के चलते लोगों को जहा सांस लेने में दिक्कत हो रही है वही गले में खराश, नाक बहना, सीने में जकड़न जैसी शिकायत हर उम्र में देखने को मिल रही है। वहीं, बुजुर्गोँ और बच्चों के साथ दमा व सांस के मरीजों की परेशानी डबल हो गई है। डॉक्टरों ने भी इस बढ़ते प्रदूषण को लोगों की सेहत के लिए खतरनाक बताया है ।
स्थानीय लोगों ने बताया कि दिवाली के बाद पटाखों के कारण और पराली जलने की घटनाओं के चलते लगातार वातावरण दूषित हो चुका है । जिसके चलते उन्हें खांसी और सांस लेने में परेशानी महसूस हो रही है । गुरुदत्त नाम के व्यक्ति ने बताया कि इन सब परेशानियों के चलते वह डॉक्टर के पास दवाई लेने आए हैं । इसके साथ-साथ अन्य लोगों ने भी बताया कि पटाखों पर रोक के बावजूद जमकर आतिशबाजी की गई वही प्रणाली की घटनाओं में भी वातावरण को बच्चे बदतर बना दिया है । एक बुजुर्ग ने बताया कि जब से प्रदूषण बढा है तब से उन्होंने सैर करना भी छोड़ दिया है ।
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बलभगढ सिविल अस्पताल के डॉक्टर ने बताया की बढ़ते प्रदूषण के कारण अस्पताल में आने वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि खतरनाक स्तर पर पहुंच चुके प्रदूषण के कारण लोगों को गंभीर समस्याएं पैदा हो रही है। इसलिए लोगों को चाहिए कि वह मास्क का प्रयोग करें और अपने खानपान का ख्याल रखें तथा सुबह-शाम शेयर करने से बचें । उन्होंने कहा कि लोग अपनी दिनचर्या में योग का सहारा ले और अपने आप को स्वस्थ रखें ।