महाराष्ट्र में आज सत्ता का फाइनल होगा। शिवसेना से बगावत कर सीएम बने एकनाथ शिंदे को आज विधानसभा में बहुमत साबित करना है। इससे पहले रविवार को शिंदे ने पहली परीक्षा को पास किया। रविवार को विधानसभा में बीजेपी के विधायक राहुल नार्वेकर को विधानसभा का नया अध्यक्ष चुन लिया गया। नार्वेकर को कुल 164 वोट मिले जबकि शिवसेना के उम्मीदवार राजन साल्वी को कुल 107 वोट मिले। खास बात ये थी कि रविवार को हुए अध्यक्ष के चुनाव के दौरान 12 विधायक मौजूद नहीं थे।
शक्ति परीक्षण से पहले देवेंद्र फडनवीस ने दावा किया कि शिंदे सरकार के समर्थन में 166 वोट पड़ेंगे वहीं एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने दावा किया है कि शिंदे सरकार सिर्फ 6 महीने चलेगी और राज्य में फिर मध्यावधि चुनाव होंगे क्योंकि शिवसेना से बगावत करने वाले ज्यादातर विधायक मौजूदा व्यवस्था से खुश नहीं हैं।
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महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं जिनमें से एक सीट फिलहाल खाली है। जिसके बाद सदन में विधायकों की कुल संख्या 287 रह जाती है। 287 विधायक होने के बाद सदन में बहुमत साबित करने के लिए 144 विधायकों की जरूरत है और शिंदे सरकार का दावा है कि उनके पास 166 विधायकों का बहुमत है। इनमें बीजेपी के 106 विधायक, शिवसेना के 39 बागी विधायकों के अलावा बहुजन विकास अघाड़ी के 3, प्रहार जनशक्ति पार्टी के 2, राष्ट्रीय समाज पक्ष, जन सौराज्य शक्ति, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना, पीजेंटस एंड वर्कर पार्टी ऑफ इंडिया के एक–एक विधायक हैं। शिंदे सरकार को 12 निर्दलियों का साथ भी मिला हुआ है जिसके बाद कुल विधायकों की संख्या 166 हो जाती है। वहीं दूसरी ओर एनसीपी के 53, कांग्रेस के 44, शिवेसना के बचे हुए 17 विधायकों के अलावा सीपीआई एम के, स्वाभिमानी पक्ष और एक निर्दलिय विधायक मिलाकर महाराष्ट्र विकास अघाड़ी के पास 117 विधायक हैं। सदन में औवेसी की पार्टी के 2 और समाजवादी पार्टी के भी 2 विधायक हैं।