अमन पांडेय : देश के लिए आज काला शनिवार साबित हुआ है। सुबह सुबह दो अलग अलग राज्यों से दो विमान हादसे की खबर सामने आई। पहली खबर राजस्थान के भरतपुर से सामने आई, वहीं दूसरी खबर मध्यप्रदेश के मुरैना से आई है। आपको बता दें, जहां एक ओर राजस्थान के भरतपुर में एक चार्टर प्लेन क्रैश हो गया, वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश के मुरैन में भारतीय सेना का लड़ाकू विमान क्रैश हो गए। इन सुखोई-30 और मिराज 2000 शामिल हैं।
लेकिन सवाल यह है कि आखिर क्यों और कैसे विमान क्रैश हो जाते है, इसके पीछे क्या कारण है तो आइए जानते हैं। जब भी कोई विमान आसमान में उड़ान भरता है तो उसके दरवाजे हाइड्रॉलिक प्रेशर यानि उच्च दबाव के साथ बंद हो जाते हैं।यहां खास बात यह है कि विमान के केबिन का दबाव समुद्र की सतह पर हवा के दबाव की तुलना में कम होता है। विमान के दरवाजे का प्रेशर लॉक अधिक ऊंचाई पर जाकर ही अपना काम शुरू करता है।जब विमान सैकड़ों मील प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरता है तो उसके दरवाजे आसमान में खुलते ही उसमें तेजी से हवा भरनी शुरू हो जाती है। विमान में ठंड बढ़ने के साथ ही प्रेशर भी काफी तेजी से बढ़ता है। कई बार ऐसे में विमान हादसे का शिकार हो सकता है।
अभी कुछ दिन पहले नेपाल से दिल दहलाने वाली एक दुर्घटना का शिकार हुई। इस दुर्घटना में 72 लोगों की मौत हुई, जिसमें विमान की सह-पायलट अंजू खातीवाड़ा भी शामिल थीं। इसे 30 वर्षों में हुई सबसे खराब हवाई आपदा का दर्जा दिया गया है। यह नेपाल के इतिहास में तीसरी सबसे खराब विमानन दुर्घटना है।
साल 2022 की बात करें तो नेपाल में तारा एयर के 9 NEAT विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से विमान में सवार सभी 22 यात्रियों की मौत हो गई थी। विमान में चार भारतीय भी सवार थे। यह हादसा 31 मई 2022 को हुआ था।
साल 2021 में एक एसे ही विमान दुर्घटाना में देश के पहले CDS जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर में निधन हो गया। उनकी उम्र की बात करे तो 63 साल के करीब थे हेलिकॉप्टर में सवार 14 में से 13 लोगों की मौत हो गई है। इस हादसे में जनरल रावत की पत्नी मधुलिका रावत की भी मौत हो गई है।यह दुर्घटना बुधवार (8 दिसंबर, 2021) की सुबह तमिलनाडु के कुन्नूर में हुई।
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कितनी होती है विमान की उम्र?
इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) के मुताबिक, बीते 35 साल में दुनियाभर से 16 हजार से ज्यादा विमानों को रिटायर किया गया है।
हर साल लगभग 700 विमानों को डिकमीशन कर दिया जाता है। IATA का अनुमान है कि अगले 10 साल में 11 हजार से ज्यादा विमान डिकमीशन हो जाएंगे।
IATA के मुताबिक, एक कार्गो एयरक्राफ्ट की औसत उम्र 32.5 साल होती है, जबकि पैसेंजर एयरक्राफ्ट की 25.1 साल रहती है। यानी, कार्गो एयरक्राफ्ट को 32.5 साल और पैसेंजर एयरक्राफ्ट को 25.1 साल के बाद डिकमीशन कर देना चाहिए
हालांकि, हर विमान की रिटायरमेंट की उम्र अलग-अलग होती है। जैसे- बोइंग के 747 विमान को लगभग 27 बाद डिकमीशन कर दिया जाता है। वहीं, लॉकहीड के ट्राई-स्टार विमान को औसतन 24 साल में डिकमीशन कर दिया जाता है।
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