Tamil Nadu: तमिलनाडु (Tamil Nadu) के तुतुकुडी बंदरगाह पर 250 से ज्यादा नावें बंधी हुई हैं। वे पिछले कुछ समय से समुद्र में नहीं गए हैं। इन नावों का उपयोग वे मछुआरे करते हैं जो समुद्र से शंख निकालते हैं लेकिन जब से लोकसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू हुई है, उससे उनके व्यवसाय पर असर पड़ा है। थूथुकुडी में तीन हजार से ज्यादा ‘गोताखोर’ हैं, जो शंखों को कोलकाता भेजते हैं। समस्या ये है कि चुनावी प्रतिबंधों के कारण वे अब 50,000 रुपये से ज्यादा नहीं ले जा सकते। क्योंकि वे सभी नकद में ही लेनदेन करते हैं।
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वहां के एक मछुआरे मारिलिंगम ने कहा कि थ्रेसपुरम क्षेत्र में मछुआरे हर दिन लगभग एक से दो करोड़ रुपये मूल्य के शंख का सौदा करते हैं। हम इसे कोलकाता भेजते हैं जहां से उन्हें एक्सपोर्ट किया जाता है। हमें नकद में भुगतान किया जाता है। चुनाव प्रतिबंध लगने के बाद से हमने काम करना बंद कर दिया है क्योंकि हम 50,000 रुपये से ज्यादा लेकर ट्रैवल नहीं कर सकते हैं क्योंकि कैश ले जाने की सीमा सिर्फ पचास हजार रुपये है।