यूक्रेन और रूस के बीच पिछले कई दिनों से युद्ध जारी है। इस बीच यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को लाने का भी अभियान केंद्र सरकार ने तेज किया हुआ है यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा और भी तेज कर दिया गया है। इस ऑपरेशन को गति देने के लिए वायु सेना ने मोर्चा अब संभाल लिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। इन छात्रों को रोमानिया, पोलैंड, हंगरी, स्लोवाकिया के रास्ते भारत लाया जा रहा है। ऐसे में सभी देशों के लिए भारत सरकार की ओर हेल्पडेस्क बनाई गई है।
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वही दिल्ली सरकार ने फैसला लिया है कि दिल्ली में यूक्रेन से लौटे और फंसे छात्रों के घर सरकारी टीचर्स जाएंगे। 22 फरवरी के बाद यूक्रेन से दिल्ली लौटे छात्रों और अभी तक यूक्रेन में फंसे छात्रों के घर दिल्ली सरकार के सरकारी स्कूलों में कार्यरत शिक्षक जाएंगे और मुलाकात करेंगे। शिक्षक छात्रों और परिजनों से मुलाकात कर हालचाल जानेंगे साथ ही उनके कल्याण के लिए उठाए जा रहे कदमों को सुनिश्चित करेंगे।
केंद्र सरकार यूक्रेन की मौजूदा स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और ऑपरेशन गंगा अभियान के तहत सभी भारतीय छात्रों को एयरलिफ्ट कराने के लिए चार मंत्रियों को मार्चे पर भेजा गया है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को रोमानिया और माल्डोवा भेजा गया है। किरण रिजिजू को स्लोवाकिया, हरदीप पुरी को हंगरी और जनरल वीके सिंह को पोलैंड भेजा गया है। ये सभी मंत्री भारतीय छात्रों को निकालने के लिए सरकारों के साथ समन्वय स्थापित करेंगे। वही यूक्रेन से दिल्ली लौट रहे छात्रों से दिल्ली सरकार के सरकारी अध्यापक मुलाकात करेगे और प्रशासन के द्वारा गठित की गई टीम को निर्देश दिया गया कि वह यूक्रेन में फंसे छात्रों के घर भी जाएं और छात्रो के बारे में जानकारी ले और उन्हें हर संभव मदद के लिए आश्वस्त करे।