यमुनानगर(राहुल सहजवानी): अपनी मांगों को लेकर हरियाणा भर से आए गेस्ट टीचर जगाधरी में जमकर गरजे, गेस्ट टीचर शनिवार सुबह सैकड़ो की संख्या में अनाजमंडी गेट पर इक्कठा हुए ओर फिर रोष मार्च निकालते हुए शिक्षा मंत्री के निवास स्थान की ओर बढ़ने लगे, लेकिन पुलिस ने बैरिकेड लगा कर गेस्ट टीचर्स को रोकने का प्रयास किया, इस बीच गेस्ट फीचर्स और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी हुई, गुस्साए गेस्ट टीचर्स ने बैरीगेट तोड़ने का प्रयास किया लेकिन पुलिस प्रशासन के आगे गेस्ट टीचर कामयाब नही हो पाए, जिसके बाद गेस्ट टीचर्स ने धरना वही पर ही शुरू कर दिया ।
रात लगभग 8 बजे शिक्षा मंत्री अपने निवास स्थान पर पहुंचे और धरना दे रहे गेस्ट टीचर्स के एक डेलीगेशन को बातचीत के लिए बुलाया, वही अग्रसेन चौक पर धरने पर ही बैठ गेस्ट टीचर्स का डेलीगेशन शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर से मिलने के लिए उनके निवास स्थान पर पहुंचा, काफी देर बातचीत के बाद कुछ मांगों पर सहमति बनी और गेस्ट टीचर्स के डेलिगेशन के आह्वान पर शिक्षा मंत्री अग्रसेन चौक पहुंचे और धरना दे रहे गेस्ट टीचर्स को उचित आश्वासन देकर मंगलवार को मिलने के लिए बुलाया।
read also ठिठुराएगी दिल्ली की सर्दी, उत्तर भारत में घना कोहरा, दिल्ली में हो सकती है हल्की बारिश
शिक्षा मंत्री के आश्वासन के बाद भी गेस्ट टीचर ने अपना धरना समाप्त नहीं किया और वहीं पर सड़क के ऊपर धरना चालू रखने की बात कही, उन्होंने कहा कि सरकार लगातार बातचीत के लिए बुलाती है लेकिन कोई ठोस कदम वह निर्णय नहीं लिया जाता जिससे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, गेस्ट टीचर की स्टेट प्रधान मैना यादव ने कहा की कई महीनों से अपनी मांगों को लेकर मंत्री व अधिकारियों के चक्कर लगा रहे है, अब नया साल आने वाला है शिक्षा मंत्री ने मंगलवार को बुलाया है, लेकिन हमें नहीं लगता कि मंगलवार को भी हमारा काम हो पाएगा, छोटे-छोटे बच्चो के साथ महिलाये भी आज यहां बैठी है, जिस प्रकार की गलत नीतियां जो वादा किया जाता है उसी की वजह से हम आज सड़कों पर बैठे हैं, अभी हम अपने धरने को वापस नहीं लेंगे अभी जो भी हमारी रणनीति बनेगी उसमें ही निर्णय लिया जाएगा, उन्होंने कहा कि जब तक सरकार लिखित में हमें नहीं दे देती तब तक हम यह धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे।
कड़कड़ाती ठंड में गेस्ट टीचर शिक्षा मंत्री कंवरपालपाल गुर्जर के निवास स्थान से 500 मीटर की दूरी पर धरना दे रहे हैं, गेस्ट टीचर ने सड़क पर ही रात गुजारने का निर्णय लिया और वहीं पर गद्दे और कंबल मंगाकर खुले आसमान के नीचे सोने का फैसला किया, अब देखना होगा कि गेस्ट टीचर्स के यह संघर्ष कितना सफल हो पाता हैं।