विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शुक्रवार को निक्केई फोरम में भारत-जापान विशेष रणनैतिक साझेदारी पर बात की। भारत और रूस के संबंधों पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर का मानना है कि दुनिया मुश्किल जगह है। उन्होंने कहा कि विश्व राजनीति में कभी-कभी ऐसा होता है कि देश एक मुद्दा, एक हालात और एक सिद्धांत चुनते हैं और वे इसे उजागर करते हैं क्योंकि ये उनके हित में है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जापान के दिवंगत प्रधानमंत्री शिंजो आबे की पत्नी अकी आबे से मुलाकात की और भारत-जापान संबंधों को आगे बढ़ाने में दिवंगत प्रधानमंत्री के अहम योगदान को याद किया। 67 साल के आबे की आठ जुलाई, 2022 को जापान के नारा में चुनाव अभियान के दौरान गोली लगने से मौत हो गई थी।
Read Also-Tamil Nadu: पीएम मोदी नीतियों में बदलाव करके महिलाओं की मजबूती के लिए काम कर रहे हैं-आर.एन. रवि
मंत्री ने प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, “इस बार टोक्यो की अपनी यात्रा पर, दिवंगत प्रधानमंत्री शिंजो आबे की पत्नी श्रीमती अकी आबे से मुलाकात की। भारत-जापान संबंधों की उन्नति में प्रधानमंत्री शिंजो आबे के अहम योगदान को याद किया।” जयशंकर ने कहा, “दिवंगत पीएम की मां श्रीमती योको आबे के हाल में निधन पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी का निजी पत्र सौंपा।”
आबे जापान के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने 2006 से 2007 तक और फिर 2012 से 2020 तक पद संभाला था। 2022 में आबे की मृत्यु के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक भावनात्मक नोट में उन्हें जापान का महान नेता बताया। जयशंकर छह-आठ मार्च तक जापान की यात्रा पर हैं। इससे पहले उन्होंने दक्षिण कोरिया का दौरा किया, जहां उन्होंने आला नेताओं से मुलाकात की।
pti
Top Hindi News, Latest News Updates, Delhi Updates,Haryana News, click on Delhi Facebook, Delhi twitter and Also Haryana Facebook, Haryana Twitter