(रमेश कुमार): जिला बाल सरंक्षण व पुलिस विभाग ने मिलकर साइबर जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया। बच्चो को साइबर क्राइम के प्रति जागरूक किया गया। बच्चों की तस्वीर बदल कर बच्चों को अश्लील वीडियो, मैसेज भेज कर,ओटीपी भेज कर बच्चों को किया जा रहा प्रयोग,किसी भी प्रकार के शोषण या दुर्व्यवहार होने पर तुरंत इसकी जानकारी चाइल्ड हेल्पलाइन पुलिस हेल्पलाइन 112 , साइबर क्राइम 1930 पर दे सकते है सूचना। Breaking news,
जिला बाल संरक्षण इकाई फतेहाबाद व पुलिस साइबर क्राइम टीम द्वारा साइबर क्राइम के प्रति जागरूक करने के लिए जागरूकता कैंप लगाया गया। इस मौके पर जिला बाल संरक्षण अधिकारी सुरजीत बाजिया ने बताया कि बच्चों को साइबर क्राइम के प्रति जागरूक होना अति आवश्यक है आज के समय सबसे ज्यादा बच्चों को साइबर क्राइम में प्रयोग किया जाता है। बच्चों की तस्वीर बदल कर बच्चों को अश्लील वीडियो, मैसेज भेज कर, ओटीपी भेज कर बच्चों को प्रयोग किया जा रहा है। जिस पर हर कोई विश्वास कर लेता है और ऑनलाइन साइबर क्राइम का शिकार हो जाता है। इससे बचने के लिए बच्चों को जागरूक होना अति आवश्यक है मोबाइल का कम प्रयोग करें वह सही ढंग से करें अपनी हर बात के लिए बच्चे अपने माता-पिता के संपर्क में रहे अपने अध्यापकों के संपर्क में रहे किसी भी प्रकार के शोषण या दुर्व्यवहार होने पर तुरंत इसकी जानकारी चाइल्ड हेल्पलाइन पुलिस हेल्पलाइन 112 , साइबर क्राइम 1930 पर सूचना दे सकते हैं।
बच्चों का किसी तरह से शोषण ना हो वह दुर्व्यवहार का शिकार न हो बच्चे नियमित स्कूल में पढ़ाई करें बच्चों के साथ शारीरिक व मानसिक शोषण ना हो इसके लिए समय-समय पर बच्चों को जागरूक किया जाता है व उनके अभिभावकों को हर छोटी बड़ी बातें पर बच्चों के संपर्क में रहने के बारे बताया जाता है आज के समय ऑनलाइन सबसे ज्यादा साइबर क्राइम होता है इससे बचने के लिए अपनी आईडी को प्राइवेट रखें व अनजान किसी भी पर्सन की कॉल मैसेज व वीडियो डाउनलोड नहीं करें। समय रहते किसी भी दुर्घटना का शिकार होने पर तुरंत नजदीकी पुलिस थाना हेल्पलाइन या पुलिस की मदद ले। Breaking news,
इस मौके पर साइबर क्राइम एसएचओ अनूप सिंह ने बताया कि आज के टाइम में भागदौड़ जिंदगी में हम बहुत सी गलतियां कर बैठते हैं वो सी चीजें डाउनलोड कर बैठते हैं, मैसेज फॉरवर्ड कर देते हैं और इसके अलावा अनजाने में ओटीपी किसी को दे देते हैं ज्यादातर हमारे परिवार जन अनपढ़ व कम समझदार होने के कारण आधार क्रेडिट कार्ड या अन्य किसी जानकारी मांगी जाती है तो वह भूल कर के ओटीपी दे देते हैं जिससे उनका पूरा बैंक बैलेंस खत्म हो जाता है कभी-कभी वीडियो कॉल रिश्तेदार बनकर या अन्य लोगों द्वारा परिवार की जानकारी लेकर किसी बहाने से उनको बताकर जानकारी ले ली जाती है। जिससे उनके पैसों का वह मानसिक तौर पर भी शोषण होता है अश्लीली तरीके से भी उनका दुरुपयोग किया जाता है। सभी से निवेदन है कि किसी अनजान सिंह के बारे में जब तक जानकारी ना हो उनसे बात न करें।
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कार्यक्रम मे पीएसआई उमेद कुमार ने बताया कि आज की इस युग में ऑनलाइन जमाने में सबसे ज्यादा प्रयोग मोबाइल का होता है जिसका यूज के साथ-साथ मिस यूज बहुत ज्यादा हो रहा है इसी के द्वारा ही ज्यादातर लोगों के साथ ठगी की जाती है वह उनको बहकावे में लाया जाता है ।सभी इसके प्रति सचेत रहें इसकी तुरंत जानकारी साइबर क्राइम टीम को दें वह बिना जानकारी के किसी को किसी प्रकार का मैसेज में रिप्लाई ना दे वह जानते हुए उसे ब्लॉक कर दे । इस मौके पर प्रधानाचार्य मनोज बंसल ने बताया कि उपरोक्त सभी बातों को सारा स्टाफ फॉलो करेगा वह बच्चों को भी पुनः प्रेरित करेगा। उनके अभिभावकों व हमारे स्कूल कमेटी को भी प्रेरित करेगा।