अरुणाचल प्रदेश के भारत और चीन के LAC पर दोनों देशो के सैनिकों के बीच हुई झड़प को लेकर राजनीतिक सियासत गरमाई हुई है। अरुणाचल प्रदेश के तवांग में चीन की दादागिरी के खिलाफ चीन के उत्पादों के बॉयकाट की मांग को लेकर दिल्ली के व्यापारी सड़क पर उतर आये हैं। व्यापारियों ने कहा कि चीन के उत्पादों का बहिष्कार करें। दिल्ली चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री के बैनर तले हुये प्रदर्शन में आप ट्रेड विंग के व्यापारी नेता भी शामिल हुये। चीन के उत्पादों के खिलाफ कनॉट प्लेस स्थित एंबेसी रेस्टोरेन्ट के सामने विरोध प्रदर्शन किया।
प्रर्दशन में शामिल व्यापारियों ने मीडिया से बातचीत में कहा है की भारत द्वारा चीन से 14% सामानों का आयात किया जाता है जिससे चीन को बहुत फायदा होता है। इसको रोकने के लिए सरकार द्वारा कोई दीर्घकालीन योजना बनाया जाना चाहिए। और चीन का सामानों का बहिस्कार भी करना चाहिए। जिससे चीन को आर्थिक तौर पर छति पहुंचाया जा सके।
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बता दें की 9 दिसम्बर को भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी जिसमें दोनों देशों के सैनिक घायल हुए हैं। वहीं इस मामले पर विपक्ष ने सरकार को घेरा है। इसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में अरुणाचल झड़प को लेकर अपना बयान दिया लेकिन विपक्ष ने स्पष्टीकरण की मांग करते हुए सदन से वाकआउट कर अपना विरोध दर्ज कराया। कांग्रेस ने झड़प की घटना को लेकर कहा कि सरकार को इस मामले पर संसद में चर्चा के माध्यम से देश को विश्वास में लेने की जरूरत है। कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी छवि बचाने के लिए देश को खतरे में डाल रहे हैं।