UP: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की हिरासत में एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।पुलिस ने बताया कि घटना के बाद बुधवार को मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने हंगामा किया जिन्होंने आरोप लगाया कि पूछताछ के दौरान आरपीएफ जवानों ने युवक को बुरी तरह पीटा और करंट लगाया। उसने बताया कि इस मामले में तीन पुलिसकर्मियों को नामजद करते हुए कोतवाली नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।UP:
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पुलिस के मुताबिक, मोतीगंज थाना क्षेत्र के किनकी गांव निवासी संजय सोनकर (35) को मंगलवार को आरपीएफ ने मालगाड़ी से सरसों का तेल चोरी के एक मामले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था।परिजनों का आरोप है कि आरपीएफ के दो उपनिरीक्षक (दरोगा) और एक सिपाही ने संजय को घर से पकड़ा, कई गांवों में मोटरसाइकिल से घुमाया और स्टेशन ले जाकर निर्दयता से पिटाई की।आरोप है कि जब हालत गंभीर हो गई, तो देर रात उसे गोंडा मेडिकल कॉलेज लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों का कहना है कि मौत के बाद आरपीएफ जवान बिना सूचना दिए शव को मुर्दाघर में छोड़कर फरार हो गए। बुधवार सुबह जब ग्रामीणों को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने मुर्दाघर के बाहर हंगामा किया।UP:
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संजय की बेटी मानसी ने आरोप लगाया, ‘‘मेरे पिता को करंट लगाकर मारा गया।’’आरपीएफ गोंडा के सहायक सुरक्षा आयुक्त महेंद्र प्रसाद दुबे ने बताया कि तेल चोरी के एक मामले में संजय और उसके साले पवन की तलाश थी। टीम जब गिरफ्तारी के लिए गई तो पूछताछ के दौरान संजय की तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।UP:
उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। कोतवाली नगर थाना प्रभारी विवेक त्रिवेदी ने बताया कि संजय के भाई राजू सोनकर की तहरीर पर आरपीएफ के दो उप निरीक्षक, एक सिपाही और कुछ अज्ञात जवानों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।UP:
