(अजय पाल): उत्तराखंड में चारधाम राजमार्ग में निर्माणाधीन सुरंग धसने से 40 मजदूर बीते कुछ दिनों से टनल में फंसकर जिंदगी व मौत के बीच झूल रहे है। श्रमिकों को बचाने का युद्ध स्तर पर काम जारी है। मलबे को खोदने और लोगों को बचाने के लिए अब ड्रिलिंग मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसी क्रम में वायुसेना के विमान के जरिए दिल्ली से लायी गयी अमेरिकी ड्रिलिंग मशीन सुरंग में फिट की गयी है।सुरंग के अंदर मलबा गिरने से 40 मजदूर पिछले 4 दिनों से टनल में फंसे हुए है । इन मज़दूरों को बाहर निकालने के लिए एक हाई पावर अमेरिकन ऑगर मशीन सुरंग के अंदर फ़िट कर दी गई है।
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सुरंग के पास पहुंची अमेरिकन ड्रिल मशीन –आपको बता दे कि पाइपों से मलबे को ड्रिल करने वाली पहली कोशिश सफल नहीं हो सकी।इसके बाद दिल्ली से बड़ी मसीन उत्तरकाशी भेजी गयी।जिसे वायुसेना के हरक्युलिस विमान से आज उत्तरकाशी में पहुंचाया गया।यह मशीन अब सुरंग के पास पहुंच गई है। यह मशीन स्टील के पाइपों को मलबे से होकर दूसरे छोर पर मज़दूरों तक पहुंचाने का काम करेगी। यह मसीन एक घंटे में पांच मीटर तक ड्रिल कर सकती है।
भयावह था हादशा- उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बन रही सुरंग में रविवार सुबह हुई दुर्घटना के बाद राहत और बचाव कार्य जारी है। भूस्खलन होने के कारण मजदूर टनल में फंस गए। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है. इसी के तहत सिलक्यारा से डंडालगांव तक सुरंग का निर्माण भी हो रहा है।यह भी बताया गया टनल में फंसे मजदूरों से वॉकी-टाकी के जरिए बात भी हुई है। पानी वाले पाइप के जरिए ऑक्सीजन और खाने की सप्लाई हो रही है।