Uttarkashi Tunnel Rescue– ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिल्कियारा और डांडलगांव के बीच निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा रविवार 12 नवंबर 2023 तड़के ढह जाने के बाद सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। सुरंग ढहने से लगभग 40 मजदूर उसके अंदर फंस गए हैं।
फंसे हुए मजदूरों को सुरंग से बाहर निकालने के लिए 48 घंटे से ज्यादा वक्त से रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। सुरंग में लगातार मलबा आने से बचाव के काम में थोड़ी दिक्कत आ रही है। रेस्क्यू ऑपरेशन में 900 मिमी. पाइप के साथ एक ऑगुर मशीन लगाई गई है।
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जनसंपर्क अधिकारी जी. एल. नाथ ने सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी देते हुए कहा कि सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालना पहला दायित्व है। हम धन्यवाद करते हैं भारत सरकार का और उत्तराखंड सरकार का, जो हमारी लगातार मदद कर रहे है। अभी यहां पर मशीनरी आ चुकी है, पाइप आ चुके है और अंदर सेटिंग चल रही है।
हमने अंदर उतने ही आदमियों को भेजा है जितनों की जरूरत है, बाकी किसी को भी अंदर आने की परमीशन नहीं है और मैं आपके चैनल के माध्यम से ये बताना चाहता हूं प्लीज डिस्टर्ब मत कीजिए, हमारा पहला दायित्व है कि जो अंदर फंसे है उन्हें पहले बाहर निकालना बाकी हमें कोई डिस्टर्ब न करें। न कोई एनडीआरफ और न कोई एसडीआरफ अंदर आएगी।जब भी किसी की जरूरत होगी तो हम उसे बुला लेंगे।
इस सुरंग के बनने से तीर्थयात्रियों को काफी फायदा होगा क्योंकि ये हर मौसम में कनेक्टिविटी देगी। साथ ही ये सुरंग बर्फ से ढके राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-134 (धरासू-बड़कोट-यमुनोत्री रोड) पर दूरी को 25.6 किलोमीटर से घटाकर 4.531 किलोमीटर कर देगी। यानी अभी जो दूरी 50 मिनट में तय की जाती है, सुरंग बनने के बाद उसे तय करने में सिर्फ पांच मिनट का वक्त लगेगा।
PTI
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