Wayanad Bypoll: वायनाड लोकसभा उपचुनाव की तैयारियां पूरी हो गई हैं। चुनाव मैदान में इस सीट पर कुल 16 उम्मीदवारों का मुकाबला हो रहा है। इनमें राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त पार्टियों से 3 उम्मीदवार शामिल हैं, जिसमें कांग्रेस(INC) से प्रियंका गांधी वाड्रा, सीपीआई(CPI) से सत्यन मोकेरी और भाजपा(BJP) से नव्या हरिदास चुनाव मैदान में उतरीं हैं, वहीं पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त पार्टियों से 5 और 8 स्वतंत्र उम्मीदवार चुनावी जंग लड़ने उतरे हैं।
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आपको बता दें, वायनाड लोकसभा उपचुनाव(Wayanad Lok Sabha Bypoll) की तैयारियों में जुटा जिला प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठा रहा है कि वायनाड में 30 जुलाई को हुए भूस्खलन से प्रभावित लोग बिना किसी परेशानी के 13 नवंबर को होने वाले चुनाव में अपना वोट डाल सकें। वायनाड लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में 7 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं – वायनाड जिले में मनंतवडी (एसटी), सुल्तान बाथरी (एसटी) और कलपेट्टा, कोझीकोड जिले में थिरुवंबाडी और मलप्पुरम जिले में एरानाड, नीलांबुर और वंडूर।
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अधिकारी के मुताबिक, इन 7 विधानसभा क्षेत्रों में से वंडूर, कलपेट्टा और सुल्तान बाथरी का प्रतिनिधित्व कांग्रेस कर रही है और एरनाड सीट पर कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूडीएफ की सहयोगी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के पीके बशीर का कब्जा है। हाल ही में सत्तारूढ़ सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाली एलडीएफ से अलग होने वाले निर्दलीय नीलांबुर विधायक पी वी अनवर पहले ही प्रियंका के लिए समर्थन व्यक्त कर चुके हैं। Wayanad में उपचुनाव इसलिए जरूरी हो गया था, क्योंकि राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव 2024 में वायनाड और रायबरेली दोनों सीटों से चुनाव लड़ा था, चुनाव में मिली जीत के बाद उन्होंने रायबरेली सीट से सांसद बने रहने का फैसला लिया और जिसके फलस्वरूप उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दी थी। फिलहाल अब वायनाड में हो रहे लोकसभा उपचुनाव के लिए 13 नवंबर को मतदान होगा।