(दिनेश कुमार): केमिकल युक्त गुलाल और रंग का प्रयोग करना दो दर्जन लोगों को भारी पड़ गया गुलाल रंग के प्रयोग से इन लोगों की आँखों की रोशनी पर खतरा मंडराता नजर आ रहा है सभी का एक निजी नेत्र हॉस्पिटल से इलाज शुरू हो चुका है।
होली यूं तो रंगों और गुलाल का त्यौहर है लेकिन केमिकल युक्त गुलाल रंग लोगों की आंखों की रोशनी को भी छीन सकता है कुछ ऐसा ही हुआ है होडल के ग्राम डकोरा में जहां पर केमिकल युक्त गुलाल रंग के प्रयोग से दो दर्जन लोगों की आंखों की रोशनी पर खतरा आ गया है इन लोगों की आंखों में रोशनी को लेकर दिक्कतें हो रही हैं और सभी का एक निजी अस्पताल से इलाज शुरू हो चुका है।
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नेत्र चिकित्सक ने बताया कि केमिकल युक्त गुलाल रंग के प्रयोग से इन लोगों की आंखों की पुतलियां जल चुकी है और सभी को इलाज दिया जा चुका है 3 लोगों की पुतलियां काफी ज्यादा जली है उन्होंने कहा कि केमिकल युक्त गुलाल व रंग के प्रयोग से इन लोगों की आंखों की हालत ऐसी हुई है, उन्होंने बताया कि 9 लोगों की आंखें पूरी तरह से ठीक हो चुकी है और बाकी की इलाज चल रहा है, उधर मरीजों के परिजनों ने बताया कि वह सभी होली खेलने के लिए गए थे जहां पर रंग बरस रहा था लेकिन कुछ समय बाद वहां पर लोगों की आंखों में जलन की शिकायत होने लगी और देखते ही देखते लोगों की आंखों में बुरी तरह से दिक्कतें आने लगी जिसके बाद सभी को इलाज के लिए नेत्र अस्पताल में लाया गया है।