West Bengal: कूचबिहार राज्य की मांग को लेकर पश्चिम बंगाल के जोराई रेलवे स्टेशन पर आंदोलनकारियों ने रेल रोको आंदोलन किया जिसकी वजह से बुधवार 11 दिसंबर को दो रेलगाड़ियों को रद्द कर दिया गया और कई रेलगाड़ियों के रूट को बदल दिया गया। एक अधिकारी ने ये जानकारी दी।
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अधिकारी ने बताया कि पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के अलीपुरद्वार संभाग के जोराई रेलवे स्टेशन पर ग्रेटर कूचबिहार पीपुल्स एसोसिएशन (जीसीपीए) ने सुबह छह बजकर 45 मिनट पर आंदोलन शुरू किया और दोपहर करीब 11.45 बजे इसे वापस ले लिया गया। आंदोलन वापस लेने के बाद सामान्य रेल यातायात बहाल हो सका। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे ‘ग्रेटर कूचबिहार’ के निर्माण के लिए दबाव बनाने के लिए अनिश्चितकालीन रेल रोको आंदोलन कर रहे हैं।
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एनएफआर के एक अधिकारी ने कहा कि सुबह हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी स्टेशन पर जमा हुए और पटरियों पर खड़े हो गए, जिसके बाद किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए बड़ी संख्या में आरपीएफ, जीआरपी और स्थानीय पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया। उनका कहना था कि आंदोलन वापस लिए जाने के बाद रेल पटरियों की जांच की गई और उसे रेलगाड़ी परिचालन के लिए ठीक पाया गया। उस खंड पर रेलगाड़ियों का सुचारू संचालन शुरू हो गया। उन्होंने कहा, रेल रोको आंदोलन के कारण 22227/22228 न्यू जलपाईगुड़ी-गुवाहाटी-न्यू जलपाईगुड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस और 15704/15703 बोंगाईगांव-न्यू जलपाईगुड़ी-बोंगाईगांव एक्सप्रेस के परिचालन को रद्द कर दिया गया। अधिकारी ने बताया कि आठ रेलगाड़ियों के रूट को डायवर्ट किया गया है।