भगोड़े नित्यानंद के हिंदू राष्ट्र ‘कैलासा’ का क्या है दुनिया में वजूद ? कानून व्यस्था से अबादी तक जानें सब कुछ

Nithyananda Kailasa, भगोड़े नित्यानंद के हिंदू राष्ट्र 'कैलासा' का क्या है...

अमन पांडेय : भारत से भागे रेप के आरोपी नित्यानंद ने  दक्षिण अमेरिकी देश इक्वाडोर से एक द्वीप खरीद कर अपना एक देश बसा लिया है। यही नहीं उसने एक वेबसाइट जारी की है और ‘हिंदू राष्ट्र’ घोषित किए गए ‘कैलासा’ देश की नागरिकता, पासपोर्ट समेत तमाम जानकारियां दी हैं। आखिर कैसे उसने द्वीप खरीदा और कैसे एक देश घोषित किया और क्या ऐसा किया जा सकता है।तो आईए जानते है….

क्या कोई भी खरीद सकता है द्वीप?
दरअसल दक्षिण अमेरिका में इक्वाडोर समेत कई ऐसे द्वीपीय देश हैं, जहां कोई भी निजी तौर पर द्वीप खरीद सकता है। यह सीधे तौर पर जमीन खरीदने जैसा ही है। भगोड़े रेप आरोपी नित्यानंद ने भी इक्वाडोर में द्वीप खरीदा है और उसका नाम कैलासा रखा है, जिसके दुनिया के एकमात्र हिंदू राष्ट्र होने का दावा किया है।हालांकि ऐसे किसी भी द्वीप को खरीदकर आप देश घोषित नहीं कर सकते। विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि यह कोई खेल नहीं है कि आप गुरुग्राम जाएं और वहां कोई जमीन का टुकड़ा लेकर उसे एक राष्ट्र घोषित कर दें। किसी भी एक राष्ट्र के लिए यह जरूरी है कि दुनिया के अन्य देश उसे मान्यता दें और संयुक्त राष्ट्र भी उसकी संप्रभुता को स्वीकार करे।

पासपोर्ट भी किया है जारी
नित्यानंद ने अपने  देश ‘कैलासा’ की जो वेबसाइट जारी की है, उसमें पासपोर्ट की प्रति भी जारी की है। इसे ‘पारपत्रम’ नाम दिया गया है और अंग्रेजी में पासपोर्ट भी लिखा है।

आध्यात्मिक नागरिकता दे रहा नित्यानंद
वेबसाइट के मुताबिक नित्यानंद ने कैलासा में कैबिनेट का भी गठन कर लिया है, जिसके तहत स्वावस्थ्य, शिक्षा, तकनीक, हाउसिंग जैसे विभाग आते हैं। हालांकि नागरिकता के कॉलम में आध्यात्मिक नागरिकता की बात की गई है। साफ है कि नित्यानंद के कथित देश में बसने जैसी कोई सुविधा नहीं है।

झंडे पर लगाई अपनी तस्वीर
नित्यानंद ने अपने इस कथित देश का एक झंडा भी जारी किया है, जो त्रिकोण आकार का है। इसमें उसकी खुद की भी तस्वीर है और उसने खुद को परमशिव करार दिया है। इस झंडे को उसने ऋषभध्वज नाम दिया है, जिस पर नंदी की तस्वीर भी बनी हुई है।

किस आधार पर चलता है कैलासा का कानून 

कैलासा में चलने वाले कानून की बात करें तो इनका दावा है कि यहां शास्त्रों और मनुस्मृति पर आधारित कानून चलता है। यहां रहने वाले लोग मनु के नियमों को मानते हैं। कैलासा की सरकार इसे ही सबसे जरूरी और आथिकारिक धर्म शास्त्र (हिंदू कानून की पुस्तक) मानती है। वेबसाइट के मुताबिक इस किताब के जरिए ही डेढ़ हजार साल पहले प्राचीन भारत में नियम और कानून का पालन किया जाता था।

Read also: सौरभ भारद्वाज और आतिशी मार्लेना बनेंगे केजीरीवाल के मंत्री

कौन हैं नित्यानंद ?
नित्यानंद का जन्म 1जनवरी 1978 को तमिलनाडू में हुआ था। उसके पिता का नाम अरुणाचलम है। 12 साल की उम्र से ही उसने रामकृष्ण मठ में शिक्षा लेना शुरु कर दिया था । 2010 में नित्यानंद पर धोखाधड़ी और अश्लीलता का मामला दर्ज किया गया. उसकी एक सेक्स सीडी सामने आई थी। मामले में नित्यानंद को गिरफ्तार भी किया गया था, लेकिन कुछ ही दिन में उसे जमानत मिल गई। साल 2012 में नित्यानंद पर दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ। इसके बाद नवंबर 2019 में फिर से उस पर दो लड़कियों के अपहरण दर्ज किया गया था, लेकिन कुछ ही दिन में उसे जमानत मिल गई। साल 2021 में नित्यानंद पर दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ। इसके बाद नवंबर 2019 में फिर से उस पर दो लड़कियों के अपहरण करने का आरोप लगा।

Top Hindi NewsLatest News Updates, Delhi Updates,Haryana News, click on Delhi FacebookDelhi twitter and Also Haryana FacebookHaryana TwitterTotal Tv App

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *