( प्रदीप कुमार )- संसद के शीतकालीन सत्र का सोमवार से आगाज़ हो गया है। सत्र के पहले दिन संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बीजेपी सांसदों ने जोरदार स्वागत किया। सदन के बाहर अपने बयान में पीएम मोदी ने विपक्ष को नकारात्मक राजनीति छोड़कर सकारात्मक राजनीति करने की नसीहत भी दी।
संसद के शीतकालीन सत्र में आज जब पीएम मोदी पहुंचे तो पूरा सदन तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। बीजेपी सांसदों ने मोदी-मोदी के नारे लगाए। इस दौरान पीएम मोदी मुस्कराते रहे। बीजेपी के सांसदों ने करीब तीन मिनट तक ताली बजाकर पीएम मोदी का अभिवादन किया।
इससे पहले सदन के बाहर दिए अपने बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीत का श्रेय पार्टी के कार्यकर्ताओं को दिया। संसद की कार्यवाही से पहले पीएम ने कहा कि हमें हर जाति-समाज के लोगों का समर्थन मिला है। ये चुनाव के नतीजे देश के भविष्य को समर्पित हैं।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि सांसदों से अपील की है कि वे संसद में सकारात्मक ऊर्जा के साथ आएं और लोकतंत्र के मंदिर को राजनीति का मंच न बनाएं। पीएम ने कहा कि देश में ठंड धीमी गति से बढ़ रही है, लेकिन राजनीतिक गर्मी तेजी से बढ़ रही है। चार राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणाम उत्साह बढ़ाने वाले हैं। ये देश के भविष्य को सुनिश्चित करने वाले परिणाम हैं। उत्तम जनादेश के बाद संसद के मंदिर में मिल रहे हैं। मेरी सभी सांसदों से अपील है कि सकारात्मक विचार लेकर संसद में आइए। बाहर की पराजय का गुस्सा संसद में लेकर मत आइएगा।
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प्रधानमंत्री मोदी ने तीन राज्यों में भाजपा की जीत के बाद कहा कि कुछ लोग इसे सत्ता समर्थक, सुशासन या पारदर्शिता कहते हैं, देश में यह देखा जा रहा है। देश ने नकारात्मकता को नकार दिया है, लोगों की आकांक्षाओं को मजबूत करने के लिए लोकतंत्र का मंदिर महत्वपूर्ण मंच है। मैं सभी सदस्यों से अनुरोध करता हूं कि वे तैयारी के साथ आएं और संसद में पेश विधेयकों पर गहन चर्चा करें।
पीएम ने कहा कि “सभी समाजों और सभी समूहों की महिलाएं, युवा, हर समुदाय और समाज के किसान और मेरे देश के गरीब ये 4 ऐसी महत्वपूर्ण जातियां हैं जिनके सशक्तिकरण, उनके भविष्य को सुनिश्चित करने वाली ठोस योजनाएं और अंतिम व्यक्ति तक पहुंच के उसूलों पर जो चलता है, उन्हें भरपूर समर्थन मिलता है। पीएम मोदी ने कहा कि इतने उत्तम जनादेश के बाद आज हम संसद के इस नए मंदिर में मिल रहे हैं। जब इस नए परिसर का उद्घाटन हुआ था, तो उस समय एक छोटा सा सत्र था और एक ऐतिहासिक निर्णय हुआ था लेकिन इस बार लबें समय तक इस सदन में कार्य करने का अवसर मिलेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि लोकतंत्र का ये मंदिर जन आकांक्षाओं के लिए, विकसित भारत की नीवं को अधिक मजबूत बनाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण मंच है। मेरा सभी माननीय सांसदों से आग्रह है कि वो ज्यादा से ज्यादा तैयारी कर के आएं और सदन में जो भी बिल रखे जाएं उन पर गहनता से चर्चा करें।