अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय मंत्री: हम सभी जानते हैं कि जिस तरह से हमारे ग्रह को संरक्षित किया जाना है, जिस तरह से पर्यावरण संबंधी चिंताएं आज नीति निर्माण में सबसे ऊपर हैं, मेन्यूफैक्चरिंग में लगने वाली शक्ति बहुत महत्वपूर्ण होने वाली है।इस दुनिया में हर कोई आज मेन्यूफैक्चरिंग प्रोसेज में हरित ऊर्जा के बढ़े हुए प्रतिशत की मांग कर रहा है।
100 प्रतिशत हरित ऊर्जा लेना संभव- गुजरात एक ऐसा राज्य है जिसने 30,000 मेगावाट का हरित ऊर्जा केंद्र, एक हरित ऊर्जा क्लस्टर तैयार करने का बहुत साहसिक कदम उठाया है। आज दुनिया का सबसे बड़ा हरित ऊर्जा क्लस्टर है 5000-7000 मेगावाट का क्रम ये एक ही जगह पर 30,000 मेगावाट होगा और काम पहले से ही चल रहा है। इसका मतलब है कि विश्व स्तर पर ये हरित ऊर्जा क्लस्टर पूरी दुनिया में सबसे बड़ा हो जाएगा। ये उस तरह का काम है जो है यहां किया जा रहा है। इसलिए, दुनिया भर के सभी सेमीकंडक्टर इंडस्ट्रीज से मेरी अपील है इसका लाभ उठाएं।”ये आपके लिए ऐसे उत्पाद बनाने का एक शानदार अवसर है जिसमें हरित ऊर्जा होगी और आपके लिए निर्माण प्रक्रिया में 100 प्रतिशत हरित ऊर्जा लेना संभव है। इससे आपको बहुत बड़ा फायदा होने वाला है। जब आप अपना अगला निवेश का फैसला लेने जा रहे हों तो कृपया इस पर ध्यान दें।”
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केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को गांधीनगर में आयोजित वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन में सेमीकंडक्टर पर आयोजित सेशन में शामिल हुए। कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद रहे।केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आज इस दुनिया में हर कोई मेन्यूफैक्चरिंग प्रोसेज में हरित ऊर्जा के प्रतिशत में बढ़ोत्तरी की मांग कर रहा है। गुजरात एक ऐसा राज्य है जिसने 30 हजार मेगावाट का हरित ऊर्जा केंद्र, एक हरित ऊर्जा क्लस्टर लगाने एक बहुत ही साहसिक कदम उठाया है।
गुजरात में निवेश करे- केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा हरित ऊर्जा क्लस्टर पांच हजार से सात हजार मेगावाट का है। ये एक ही जगह पर 30 हजार मेगावाट होगा और इस पर काम पहले से ही चल रहा है। इसका मतलब है कि विश्व स्तर पर ये हरित ऊर्जा क्लस्टर पूरी दुनिया में सबसे बड़ा बन जाएगा। इस तरह का काम यहां किया जा रहा है।केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने निवेशकों से अपील की है कि वे इस पर ध्यान दें और गुजरात में निवेश की योजना बनाएं।
(SOURCE PTI )