(हर्षित मिश्रा): दिल्ली के बुराड़ी यमुना श्याम घाट पर छठ पूजा करने वाले श्रद्धालुओं को रोका गया। प्रशासन की तरफ से छठ पूजा यमुना में ना करने के दिशानिर्देश दिए गए। जिसके बाद श्रद्धालुओं ने शासन-प्रशासन के खिलाफ रोष प्रकट करते हुए विरोध किया। प्रशासन के कर्मचारी और स्थानीय लोगों के बीच हुई बहस के बाद भारी मात्रा में पुलिस बल की तैनाती की गयी।
इस बार छठ पूजा करने वाले श्रद्धालुओं को बुराड़ी इलाके में यमुना किनारे श्याम घाट पर छठ पूजा करने के लिए प्रशासन की तरफ से अचानक प्रतिबंध लगा दिया गया। जिसके बाद श्रद्धालुओ ने प्रशासन के खिलाफ रोष प्रकट किया। श्रद्धालुओं में ज्यादातर रोष इसलिए भी था कि जब पिछले 20 दिनों से श्रद्धालु श्याम घाट की साफ-सफाई कर रहे थे और छठ पूजा के लिए तमाम पुख्ता इंतजाम किए। और अब छठ पूजा शुरू होते ही अधिकारियों द्वारा उनको वहां पूजा करने पर रोक लगा दी। आपको बता दें दिल्ली सरकार छठ घाटों को लेकर जोरों शोरों पर तैयारी कर रही थी और यमुना किनारे छठ का महापर्व, महापूजा हो उसको लेकर दिल्ली सरकार द्वारा किसी प्रकार की कोई समस्या का सामना श्रद्धालुओ को न करना पड़े।
छठ पूजा के ध्यान में रखते हुए यह प्रस्ताव LG उपराज्यपाल के पास भेजा गया। जिसे उपराज्यपाल ने खारिज करते हुए दिल्ली में यमुना किनारे छठ का महापर्व बनाने की अनुमति नही दी। ऐसे में छठ घाट पर पहुँचे श्रद्धालुओं का कहना है यदि श्याम घाट पर छठ पूजा के लिए प्रतिबंधित था तो पहले ही प्रशासन की तरफ से छठ घाट की तैयारी करने से पहले ही श्रद्धालुओं को रोका क्यों नही रोका गया।
पानी खाली मत करो छठ पूजा करने वाले श्रद्धालुओं का कहना है कि प्रशासन की तरफ से उन्हें यमुना में छठ पूजा करने से रोका गया है और अब आश्वासन यह दिया जा रहा है कि यमुना किनारे कर्तयम घाट बनेंगे। जिसमें श्रद्धालु छठ पूजा कर सकेंगे लेकिन श्रद्धालु प्रशासन और सरकार से नाराज हुए हैं कि पिछले वर्ष covid19 के चलते लोगों ने मजबूरी में अपने घरों के अंदर कर्तयम घाट बनाकर उसमें खड़े होकर छठ पूजा की थी।
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क्योंकि कोरोना की वजह से लोग त्राहिमाम थे लेकिन इस बार कोविड-19 नहीं है और हर जगह छठ पूजा का पर्व हर्षोल्लास के साथ यमुना नदी किनारे बनाया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशाशन की तरफ से हमे यमुना नदी के अंदर छठ पूजा करने का दिशा निर्देश दिए जाएं।
फिलहाल आपको बता दें सियासी राजनीति में आरोप- प्रत्यारोप का दौर जारी है। स्वच्छता और आस्था का प्रतीक महापर्व छठ पूजा को भी अब सियासी रंग राजनेता देते हुए नजर आ रहे हैं। ऐसे में छठ पूजा का महापर्व करने वाले श्रद्धालु अब बेहद नाराज है।