प्रदीप कुमार – पंजाब के बठिंडा में मौजूद मिलिट्री स्टेशन आज सुबह गोलियों की आवाज़ से गूंज उठा। तड़के साढ़े चार बजे करीब अचानक गोलियां चलने लगीं। बठिंडा स्टेशन में फायरिंग के फौरन बाद सेना और पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया। इलाके की नाकेबंदी कर सर्च ऑपरेशन चलाया गया।
इस बीच पंजाब के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एसपीएस परमार ने बताया कि यह आतंकवादी हमला नहीं है। ये हमला बाहर से नहीं हुआ है। इसमें अंदर के लोग ही शामिल हैं। पुलिस और सेना की टीमें मिलकर इस फायरिग मामले की जांच कर रही हैं।फिलहाल एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है।उससे पूछताछ की जा रही है।
भारतीय सेना ने गोलीबारी की घटना की जानकारी दी है। सेना ने बताया कि गोलीबारी में आर्टिलरी यूनिट के चार जवानों की मौत हो गई है।अधिकारियों की ओर से मिलिट्री स्टेशन में मारे गए चार जवानों के नाम जारी किए गए हैं। गोलीबारी में एमटी संतोष, एमटी कमलेश, एमटी ड्राइवर सागरबन और गनर योगेश कुमार की मौत हुई है।
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सेना ने कहा कि हम सभी पहलुओं की जांच करेंगे। इसमें 2 दिन पहले यूनिट के गार्ड रूम से इंसास राइफल और गोलियां गायब होने का एंगल भी शामिल है। सेना और पुलिस को इस राइफल का घटना में इस्तेमाल होने का शक है। फायरिंग के बाद मिलिट्री स्टेशन को सील कर दिया गया है और लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है।
बठिंडा आर्मी कैंट के भीतर सैनिकों के परिवार भी रहते हैं। घटना के बाद से सेना ने सभी को घरों में रहने को कहा है। कैंट के भीतर स्कूल बंद कर दिए गए हैं। इस बीच सेना अध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में फायरिंग मामले में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की है। सेनाध्यक्ष ने राजनाथ सिंह को इसकी विस्तार से जानकारी दी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा है कि पूरे मामले की पूरी इंक्वायरी की जा रही है।