प्रदीप कुमार – पीएम मोदी ने आज दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए राजस्थान की पहली स्वदेशी सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।इस मौके पर सीएम अशोक गहलोत और राज्यपाल कलराज मिश्र भी जयपुर जंक्शन पर उद्घाटन स्थल कार्यक्रम पर पहुंचे।
पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा कि मां भारती की वंदना करने वाली राजस्थान की धरती को आज पहली ”वंदे भारत” ट्रेन मिल रही है। दिल्ली कैंट-अजमेर वंदे भारत एक्सप्रेस के शुरू होने से जयपुर-दिल्ली आना-जाना आसान होगा। ये ट्रेन, राजस्थान की टूरिज्म इंडस्ट्री को भी मदद करेगी।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के राजनीतिक संकट का परोक्ष जिक्र कर कहा कि आधुनिक वंदे भारत ट्रेन राजस्थान को गति देने में अहम भूमिका निभाएगी। में गहलोत जी का विशेष रूप से आभार व्यक्त करना चाहता हूं,संकटों से गुजर रहे हैं, इसके बाद भी विकास के काम के लिए समय निकालकर आए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि गहलोत जी, आपके तो दो-दो हाथ में लड्डू है। आपके रेलमंत्री राजस्थान के हैं। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन भी राजस्थान के हैं।
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केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने उद्बोधन में कहा कि राजस्थान की पहली वंदे भारत ट्रेन सेकेंड जनरेशन ट्रेन है।रेलमंत्री ने राजस्थान को 9000 करोड़ से ज्यादा का रेल बजट देने पर पीएम का आभार जताया।
राजस्थान वंदे भारत ट्रेन की नियमित सेवा 13 अप्रैल, 2023 से शुरू होगी और जयपुर, अलवर और गुड़गांव में ठहराव-स्टेशनों के साथ अजमेर और दिल्ली कैंट के बीच चलेगी। नई वंदे भारत एक्सप्रेस दिल्ली कैंट और अजमेर के बीच की दूरी 5 घंटे 15 मिनट में तय करेगी।
पिछले दो महीनों में, पीएम मोदी ने दिल्ली-जयपुर-अजमेर वंदे भारत एक्सप्रेस सहित देश में 6 वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई है। वंदे भारत एक्सप्रेस की स्थापना के बाद से लगभग 60 लाख नागरिकों ने इसमें यात्रा की है। वंदे भारत की गति इसकी मुख्य विशेषता है और यह लोगों के समय की बचत कर रही है।
वंदे भारत एक्सप्रेस को विनिर्माण कौशल, सुरक्षा, तेज गति और सुंदर डिजाइन को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन भारत में विकसित की जाने वाली पहली अर्ध स्वचालित ट्रेन है और दुनिया की पहली कॉम्पैक्ट और कुशल ट्रेनों में से एक है।वंदे भारत स्वदेशी सुरक्षा कवच प्रणाली के अनुकूल ट्रेन है।