Eid-ul-Fitr:अयोध्या में शिया मुस्लिम समुदाय ने बुधवार को पारंपरिक तरीके से ईद-उल-फितर मनाई। ईद के साथ ही रमजान का महीना खत्म हो गया।रामनगरी के राठ हवेली के इमामबाड़ा और चौक हसन खान मस्जिद में नमाज के बाद लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाया और ईद की बधाई दी।ईद-उल-फितर का त्योहार अलग-अलग समुदायों को साथ लाने और लोगों के बीच प्यार, मेल-जोल और आपसी भाईचारा बढ़ाने का मौका है।
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ईद-उल-फितर दुनिया भर में अलग-अलग दिनों में मनाया जाता है और ये चांद दिखने के हिसाब से तय होता है। इसे चंद्र इस्लामी कैलेंडर में शव्वाल महीने की शुरुआत माना जाता है।अयोध्या में सुन्नी समुदाय के लोग गुरुवार को ईद-उल-फितर मनाएंगे।
“ईद के पर्व पर लोग नए कपड़े पहनते हैं जो अपने कपड़े हैं उनको गरीबों को देने के लिए और नेकी करने का बहुत अच्छा हिसाब-किताब है।ये ईद जो है वो गरीबों को मदद करने का एक बहुत बड़ा ढंग और आस्था है।”
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“देश में सकून रहे शांति रहे..दुआ मांगी..
हम लोगों ने नमाज में, देश में सकून रहे, शांति रहे, देश तरक्की करे, हम लोग आपस में भाई-भाई हैं हिंदू-मुसलमान सब एक तरह से रहें। हम बचपन से आज तक देखते आए हैं कि सब एक दूसरे के साथ रहते थे, गले मिलते थे अच्छे से, यही ईद के त्योहार पर। होली पर जाते थे, ईद पर बुलाते थे। आज के माहौल में कुछ लोग हैं जो माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। हम ऊपर वाले से दुआ करते हैं कि वो उनको सद्बुद्धि दे।”