एलियंस की मौजूदगी को लेकर शुरू से ही वैज्ञानिक कशमकश में है। अभी तक यह बात साफ तौर पर सामने नहीं पाई है कि एलियंस होते है या नहीं। वहीं कई साल पहले मैक्सिको में हुए कथित UFO क्रैश का विषय एक बार फिर से चर्चा में आ गया है। सरकारी बातचीत लीक होने के बाद पता चला है कि इस घटना के बारे में बहुत कुछ छिपाया गया है। खबरों के मुताबित, इसको लेकर अमेरिका की सरकार पर लंबे समय से आरोप भी लगते रहे हैं।
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क्या है पूरा मामला-
दुनिया में एलियंस की मौजूदगी को लेकर अलग-अलग दावे किए जाते रहे हैं। इस मामले पर एक उच्च अधिकारी ने बताया कि सच्चाई जानकर लोग हैरान रह जाएंगे। साथ ही उन्होंने बताया कि लोगों ने कई बार 1953 की घटना का जिक्र करते हुए बताया था कि एक UFO लास वेगास से करीब 100 मील दूर मोजावे रेगिस्तान में गिरा था। कई लोगों ने इसे देखा भी था और अपनी प्रतिक्रिया भी दी थी।
सरकार क्यों छिपा रही सच्चाई ?
इस पूरे मामले को लेकर सरकार पर सच्चाई छिपाने का आरोप लगाया जा रहा है। जिसे लेकर पूर्व रक्षा अधिकारी क्रिस्टोफर मेलोन ने सफाई देते हुए कहा कि इस घटना के बारे में जो पाया गया है उसे जानकार लोग दंग रह जाएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार को पता है कि कौन इन UFO को ढूंढता है। हालांकि ये दावा विवादास्पद है और इसे सही ठहराने के लिए ठोस सबूतों की आवश्यकता होगी।
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चर्च के चित्रों में भी हैं एलियंस की मौजूदगी संकेत-
UFO कैंपेनर बैसेट ने दावा किया है कि चर्च के धार्मिक चित्रों में भी एलियंस के संकेत मिले हैं। साथ ही बैसेट का मानना है कि वेटिकन लाइब्रेरी में एलियंस को लेकर कई महत्वपूर्ण जानकारी छिपी हुई है, लेकिन वेटिकन ने इस बात को स्वीकार नहीं किया है। बैसेट ने एक और दावा करते हुए कहा था कि अमेरिकी सरकार को रोसवेल घटना से पहले ही एलियंस के बारे में जानकारी थी। अपनी बातों को सच साबित करने के लिए बेसेट के पास कोई ठोस सबूत नहीं है।
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