Health News: अगर आप अक्सर ठंडे हाथ‑पैरों या थकान से परेशान हैं तो हमारे पास आपके लिए एक बहुत ही असरदार उपाय है। आज इस आर्टिकल में हम बात करेंगे एक गेम-चेंजर ड्रिंक के बारे में… हम बात कर रहे हैं दूध में भिगोएँ खजूर की, जो विशेष सर्दियों के लिए बेस्ट है और इसे पीने से न केवल ठंड लगने की समस्या बल्कि और भी कमी बीमारियां आपसे दूर रहती हैं। Health News
क्यों खजूर‑दूध खास है?
खजूर में प्राकृतिक शर्करा (ग्लूकोज़, फ्रक्टोज), फाइबर, विटामिन A, B‑कॉम्प्लेक्स, आयरन और पोटैशियम होते हैं। दूध में कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन D, मैग्नीशियम और प्रोबायोटिक बैक्टीरिया। जब दोनों को साथ मिलाया जाता है, तो ये तत्व एक‑दूसरे के अवशोषण को बढ़ाते हैं।
शर्करा तुरंत रक्त में जाती है, जबकि प्रोटीन धीरे‑धीरे ऊर्जा देता है। कैल्शियम‑मैग्नीशियम‑फॉस्फोरस का सही अनुपात हड्डियों को घना बनाता है। फाइबर और प्रोबायोटिक मिलकर आँत की गति को नियमित रखते हैं। एंटी‑ऑक्सीडेंट, विटामिन D और ज़िंक मिलकर शरीर की रक्षा शक्ति को बढ़ाते हैं। साथ ही मैग्नीशियम और ट्रिप्टोफैन (दूध में) मिलकर मेलाटोनिन के उत्पादन को प्रोत्साहित करते हैं।
व्यापक लाभ
सुबह खाली पेट 3‑4 खजूर दूध में भिगोकर पीने से 30‑40 ग्राम कार्बोहाइड्रेट मिलते हैं, जो तुरंत ऊर्जा देते हैं और दोपहर की थकान को रोकते हैं। एक गिलास दूध में लगभग 300 mg कैल्शियम होता है; खजूर में मौजूद मैग्नीशियम और फॉस्फोरस इस कैल्शियम को हड्डियों तक पहुँचाने में मदद करते हैं। खजूर का घुलनशील फाइबर पाचन तंत्र को साफ रखता है, जबकि दूध के प्रोबायोटिक बैक्टीरिया आँत के अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं। खजूर में मौजूद एंटी‑ऑक्सीडेंट (फ्लैवोनोइड्स) मुक्त कणों को निष्क्रिय करते हैं; दूध का विटामिन D इम्यून रेस्पॉन्स को मॉड्यूलेट करता है। मैग्नीशियम मसल्स को रिलैक्स करता है, और ट्रिप्टोफैन सेरोटोनिन में बदलकर नींद को गहरा करता है। Health News
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बनाने की विधि
3‑4 खजूर के बीज निकालें और छोटे‑छोटे टुकड़ों में काटें। 200 ml दूध को हल्का गरम करें (उबालें नहीं)। अगर आप ठंडा पसंद करते हैं, तो ठंडा दूध भी चलेगा। कटे हुए खजूर को दूध में डालें और 5‑10 मिनट तक छोड़ दें। इस दौरान खजूर थोड़ा फूल जाएगा और अपना स्वाद दूध में घोल देगा। चाहें तो एक चुटकी इलायची पाउडर या एक चम्मच शहद डालें। रोज़ाना सुबह खाली पेट या रात को सोने से पहले एक गिलास पी लें। बस इतना ही! अब आप भी इस सरल पेय को अपनी रोज़मर्रा की आदत बना सकते हैं और ठंड, थकान और कई स्वास्थ्य समस्याओं से निजात पा सकते हैं।
लेकिन ध्यान रहे हर व्यक्ति के शरीर की स्थिति अलग-अलग होती है, जबकि यह जानकारी एक कॉमन जानकारी है, इसलिए यदि आपको डायबिटीज है, तो खजूर की संख्या को 2‑3 तक सीमित रखें और डॉक्टर से परामर्श लें। लैक्टोज़ असहिष्णुता वाले लोग लैक्टोज‑फ्री दूध या पौधा‑आधारित दूध (बादाम/ओट) इस्तेमाल कर सकते हैं.. कोई विशेष बीमारी होने पर भी अपने डॉक्टर से परामर्श जरुर करें।
