Rewari: केंद्रीय सांख्यिकी, कार्यक्रम एवं कार्यान्वयन एवं योजना राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने शनिवार को गांव माजरा में निर्माणाधीन अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का निरीक्षण कर जायजा लिया। केंद्रीय मंत्री ने दी गई गाइडलाइन के तहत मार्च-2025 तक एम्स में ओपीडी शुरू करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर बावल विधायक डा. कृष्ण कुमार भी विशेष रूप से मौजूद रहे।
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने एम्स और एजेंसी के अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि रेवाड़ी जिला के माजरा गांव में बन रहे एम्स को अच्छी गुणवत्ता के साथ पूरा कार्य पूरा किया जाए। इस वित्त वर्ष के आखिरी माह मार्च तक ओपीडी शुरू की जाए। ओपीडी शुरू होने से रेवाड़ी जिले व आसपास के क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य संबंधी काफी राहत मिलेगी। इसी के साथ बाकी कार्य भी जल्द से जल्द पूरा किया जाए। इसके अलावा फैकल्टी संबंधी व्यवस्थाएं भी समय से पूरा करना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने मेडिकल क्लासेज भी अगले सेशन में शुरू करवाने के निर्देश दिए।
Read Also: हरियाणा में चौथी राष्ट्रीय लोक अदालत, 5 साल पुराने विवाद का भी हुआ निपटारा
केंद्रीय मंत्री ने निरीक्षण के दौरान रेलवे लाइन के ऊपर से बनने वाले ओवरब्रिज(आरओबी) का निर्माण कार्य भी जल्द शुरू करवाने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने ओपीडी बिल्डिंग सहित पूरे निर्माणाधीन एम्स परिसर का जायजा लिया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया। एम्स के निदेशक डा. डी.एन. शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि एम्स का कार्य तेजी से चल रहा है। Rewari
मार्च में ओपीडी शुरू कर दी जाएगी। वहीं जून-जुलाई के सेशन से यहां मेडिकल कक्षाएं भी शुरू करवा दी जाएंगी। इसके अलावा इमरजेंसी सेवाएं सहित अन्य चिकित्सा सुविधाएं और बिल्डिंग का कार्य भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा। बावल विधायक डा. कृष्ण कुमार ने कहा कि एम्स बनने से जिले सहित आसपास क्षेत्र के लोगों को नजदीक ही बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी। एम्स का कार्य तेजी से चल रहा है। मार्च में ओपीडी शुरू होने के साथ-साथ अन्य सुविधाएं भी एम्स प्रबंधन द्वारा जल्द देने को लेकर निर्माण कार्य सहित अन्य प्रबंधन तेजी से किया जा रहा है। Rewari
210 एकड़ में हो रहा एम्स का निर्माण
एम्स के निदेशक डा. डी.एन. शर्मा ने बताया कि रेवाड़ी के माजरा गांव में बनाया जा रहे 750 बेड के एम्स का कार्य तेजी से चल रहा है। 210 एकड़ में करीब 1700 करोड़ रुपए की लागत से बनाए जा रहे एम्स में सभी सुविधाएं मिलेंगी, जो देश के अन्य एम्स में उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि माजरा एम्स में अगले जून-जुलाई- 2026 के सेशन से मेडिकल क्लासेज भी शुरू की जाएंगी। इस एम्स में फिलहाल निर्धारित नियमों के अनुसार शुरुआत में एमबीबीएस के लिए 50 सीट रखी जाएंगी। जो कि आगे बढ़ाकर 100 सीट की जाएंगी।
