अहमदाबाद: कांग्रेस के दिग्गज नेता माधव सिंह सोलंकी का शनिवार को 93 साल की उम्र में निधन हो गया। वह 4 बार गुजरात के मुख्यमंत्री रहे थे और विदेश मंत्री का भी पद संभाल चुके थे।
उनका जन्म 30 जुलाई 1927 में गुजरात के कोली परिवार में हुआ था। गुजरात की राजनीति और जातिगत समीकरणों के साथ प्रयोग कर सत्ता में आने वाले माधव सिंह सोलंकी खाम सिद्धांत के जनक माने जाते हैं।
माधव सिंह सोलंकी के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है। पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि श्री माधव सिंह सोलंकी एक साहसी नेता थे।
उन्होंने दशकों तक गुजरात की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, उन्हें समाज के लिए किए गए उनके मूल्यवान कामों के लिए याद किया जाएगा।
उनके जाने से दुखी हूं, उनके बेटे भरत सोलंकी जी से बात की और अपनी संवेदना प्रकट कीं। ओम शांति। माधव सिंह सोलंकी खाम थ्योरी के जनक माने जाते हैं। खाम यानी कि क्षत्रिय, हरिजन, आदिवासी और मुस्लिम।
1980 के दशक में उन्होंने इन्ही चार वर्गों को एक साथ जोड़ा और प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आए थे। माधव सिंह सोलंकी के इस समीकरण ने गुजरात की सत्ता से अगड़ी जातियों को कई साल के लिए बाहर कर दिया था।
माधव सिंह सोलंकी के इस समीकरण ने गुजरात की सत्ता से लंबे समय तक अपनी पकड़ बनाए रखी। सोलंकी के इस गठबंधन को जाति आधारित गठबंधनों का युग माना जाता है।