Ram Mandir –अलीगढ़ अपने ताले बनाने के उद्योग के लिए मशहूर है। यूपी सरकार ने भी इसे अपनी ‘एक जिला एक उत्पाद’ योजना के तहत मान्यता दी है। यहां रहने वाला एक बुजुर्ग दंपती पिछले छह महीने से 400 किलो वजनी ताला बनाने पर काम कर रहा है।इस बुजुर्ग दंपती का नाम सत्या प्रकाश शर्मा है । जो अलीगढ़ में रहता हैंRam Mandir
आपको बता दे कि ये साढ़े चार फुट चौड़ा है, यह 10 फुट ऊंचा है और यह साढ़े नौ इंच मोटा है।दंपती पहले एक छोटा ताला बना रहे थे लेकिन लेकिन किसी ने सुझाव दिया कि अगर वे इसे अयोध्या में राम मंदिर को उपहार में देना चाहते हैं तो उन्हें एक बड़ा ताला बनाना चाहिए।बता दे कि ये परिवार पीढ़ियों से ताला बनाने का काम कर रहा है। बड़ा ताला बनाने के पीछे उनका इरादा ताला बनाने वालों की दुनिया में अपनी छाप छोड़ना है।
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सत्या प्रकाश की पत्नी रुक्मिणी शर्मा का कहना हैं कि ताला इसलिए बनाया कि पहले हमने छह फुट का बनाया, तीन फुट चौड़ा और तीन फुट ऊंचा ताला बनाया था, उस पर हमारे ऊपर शिकायत आई कि आपने राम मंदिर के लिए बनाया। हमने उसको हटाकर, हमने इसको बड़ा बनाकर राम मंदिर भेजने की इच्छा की है।ताले का कुछ काम अभी बाकी है और धन की कमी के बावजूद दंपती इसे पूरा करने के लिए पूरी मेहनत से लगा है।
“इस ताले को लेकर के, हमें इसका कुंडा भी स्टील का बनाना है। अंदर पीतल भी डालनी है, सारे ताले को स्टील का करके भेजेंगे क्योंकि हमारे पास इतनी गुंजाइश नहीं है कि हम साल के साल वहां अच्छा करने जाएं। इस पर स्टील चल जाएगी तो इस पर कभी जंग नहीं आएगी।”
सत्या प्रकाश शर्मा का कहना हैं कि ये मेरे मन में इसलिए आया ताकि मैं अपना नाम, अपने देश का नाम विश्व में रोशन करना चाहता हूं, इसलिए मेरे मन में ये बात आई कि मैं ऐसी चीज बनाऊं जिससे की मेरे देश का नाम हो, मेरा भी नाम हो, इसलिए मैंने ये ताला बनाया है।आगे कहा कि उन्होंने ताला बनाने पर अब तक करीब दो लाख रुपये खर्च कर दिए हैं और अभी तीन लाख रुपये और चाहिए। भले ही उनके पास पैसे की कमी है बावजूद इसके वो अपना काम पूरा कर इसे अयोध्या में आगामी राम मंदिर को उपहार देने के लिए जी जान से लगे हैं।