कूनो नेशनल पार्क में एक और चीते की मौत, 4 महीने में 9वें चीते की गई जान

(दीपा पाल )- Cheetah Died – मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क  से एक बार फिर बुरी खबर आई है. यहां एक और चीते  की मौत हो गई है। मार्च के बाद से मरने वाला ये नौवां चीता है।खुले जंगल में दो मादा चीतों  में से एक धात्री या त्बिलिसी को वन अधिकारियों ने मरा हुआ पाया।मौत की वजह जानने के लिए पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है।

मध्य प्रदेश के वन मंत्री ने कहा कि अब तक चीतों की सभी मौतें सामान्य कारणों से हुई हैं और पोस्टमार्टम से धात्री की मौत की वजह पता चलेगी।
सारी मौतों की जानकारी दिल्ली की और नामीबिया की टीम की जानकारी में है। सभी स्वाभाविक मौतें हुई हैं। ये भूख और एक्सीडेंट से मौतें नहीं हुई हैं। आज की मौत पर पोस्टमार्टम हो रहा है और सही जानकारी मिलेगी।

आगे कहा – सात नर चीते, छह मादा और एक मादा शावक कूनो में बाड़ों में रखे गए हैं।कूनो वन्यजीव पशुचिकित्सकों और एक नामीबियाई विशेषज्ञ की टीम नियमित रूप से उनकी सेहत की निगरानी करती है।और एक मादा चीता खुले में है और टीम की कड़ी निगरानी में है। वन अधिकारियों के अनुसार उसे सेहत की जांच के लिए बाड़े में वापस लाने की कोशिशें चल रही हैं।

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पिछले महीने दो चीतों की गर्दन पर रेडियो कॉलर की वजह से हुए घावों में इन्फेक्शन की वजह से मौत हो गई थी। हालांकि, पर्यावरण मंत्रालय ने कहा कि सभी चीतों की मौत कुदरती वजहों से हुई। 20 जुलाई को, सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि केएनपी में चीतों की मौत “अच्छी तस्वीर” पेश नहीं करती है और केंद्र से इसे साख का मुद्दा न बना कर चीतों को अलग-अलग अभयारण्यों में भेजने की संभावना तलाशने को कहा था।

राज्य के वन मंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में कुछ चीतों को दूसरे अभयारण्यों में भेजा जाएगा।देखभाल में कोई कमी नहीं है। आने वाले समय में हम चीतों को दो जगह शिफ्ट कर रहे हैं।दक्षिण अफ्रीका से कुल 20 चीतों को दो बैचों में कूनो नेशनल पार्क में लाया गया था।मार्च के बाद चीतों की मौत हो चुकी है। मई में, मादा नामीबियाई चीता से पैदा हुए चार शावकों में से तीन की भी बेहद गर्मी की वजह से मौत हो गई थी।

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