( प्रदीप कुमार ), दिल्ली- पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज बीजेपी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। बीजेपी का राष्ट्रीय अधिवेशन 17-18 फरवरी को हो रहा है। इस बारे में जानकारी देते हुए रविशंकर प्रसाद ने अपने संबोधन में कई ख़ास बातें कही हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, 17-18 फरवरी को भाजपा का राष्ट्रीय अधिवेशन हो रहा है। कांग्रेस हो या वामपंथी… हमारे बारे में कई प्रकार की टिप्पणियां करते हैं, लेकिन लोकतांत्रिक रूप से पार्टी के संगठन का अभियान सबसे अधिक भाजपा चलाती है। समय पर राष्ट्रीय अधिवेशन करना, समय पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी करना, प्रदेशों और जिलों में संगठन के कार्यक्रम करना, ये हमारे डीएनए में है।
रवि शंकर प्रसाद ने आगे कहा कि यह ध्यान रखना आवश्यक है कि भाजपा अपने राष्ट्रीय सत्र अत्यधिक लोकतांत्रिक तरीके से आयोजित करती है। हम समय पर पार्टी चुनाव कराते हैं और क्षेत्रीय और स्थानीय स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करते हैं। 2014 में, चुनावों से पहले, हमने राम लीला मैदान में एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय सत्र आयोजित किया था। परिणाम स्वरूप, 30 वर्षों के बाद भारत को एक स्थिर सरकार प्राप्त हुई। इसी तरह 2019 के चुनाव से पहले भी हमने इसी तरह का सत्र आयोजित किया था। इस बार पीएम मोदी ने 370+ सीटें हासिल करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इस अधिवेशन में लगभग 11,500 डेलिगेट्स भाग लेंगे।
Read Also: इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद BJP पर हमलावर हुई कांग्रेस, सियासी बयानबाजी जारी
रवि शंकर प्रसाद ने कहा अखिल भारतीय सम्मेलन में 11,500 प्रतिनिधि भाग लेंगे। हम आगामी चुनावों के संबंध में चर्चा में शामिल होंगे, और ‘2047 तक विकसित भारत’ के ब्लूप्रिंट का प्रदर्शन भी किया जाएगा। सम्मेलन के दौरान एक व्यापक संगठनात्मक एजेंडा प्रस्तुत किया जाएगा।”
उन्होंने इसके साथ ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनावी बॉन्ड पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया भी दी। पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि चुनावी बांड का चुनावी फंडिंग में “पारदर्शिता लाने का प्रशंसनीय उद्देश्य” था।हालांकि, उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करती है।
रविशंकर प्रसाद ने इसका विशेष जिक्र किया कि शीर्ष अदालत की संविधान पीठ के सैकड़ों पन्नों के फैसले पर पार्टी द्वारा संरचित प्रतिक्रिया देने से पहले गहन परीक्षण की आवश्यकता है। चुनावी फंडिंग में सुधार के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के प्रयासों पर जोर देते हुए, उन्होंने इन उपायों के हिस्से के रूप में चुनावी बांड की शुरूआत का हवाला दिया। रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने चुनाव के लिए चंदे की व्यवस्था में सुधार के प्रयास किए हैं और चुनावी बॉन्ड जारी करना इसी कदम का हिस्सा रहा है।
Top Hindi News, Latest News Updates, Delhi Updates,Haryana News, click on Delhi Facebook, Delhi twitter and Also Haryana Facebook, Haryana Twitter
