अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग का असर गौतम अडानी के नेतृत्व वाले अडानी ग्रुप पर लगातार कम होता जा रहा है और समूह भी अपने निवेशकों का भरोसा वापस पाने के लिए एक के बाद एक बड़ा कदम उठा रहा है। इसके तहत हाल ही में अडानी ग्रुप ने 2.65 अरब डॉलर के कर्ज का भुगतान समय से पहले कर दिया है। इसमें अंबुजा सीमेंट के अधिग्रहण के लिए लिए गए कर्ज में से 50 करोड़ डॉलर का पेमेंट भी शामिल है।
1 मार्च थी कर्ज भुगतान की डेडलाइन
Adani Group की ओर से रविवार को इस संबंध में एक बयान जारी कर बताया गया कि निवेशकों का भरोसा वापस जीतने के मद्देनजर हमने समय से पहले 2.65 अरब डॉलर के कर्ज का भुगतान किया है। इसकी डेडलाइन 31 मार्च 2023 थी, लेकिन पेमेंट पहले ही कर दिया गया है।बयान के मुताबिक, 2.15 अरब डॉलर का कर्ज ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों में स्टॉक्स को गिरवी रखकर लिया गया था, जबकि अंबुजा सीमेंट के अधिग्रहण के लिए 50 करोड़ डॉलर लिए गए थे।
सीमेंट सेक्टर का दूसरा बड़ा प्लेयर
अडानी ग्रुप (Adani Group) की ओर से बताया गया कि प्रमोटर्स का अब अंबुजा सीमेंट (Ambuja Cement) और एसीसी सीमेंट के 6.6 अरब डॉलर की कुल अधिग्रहण वैल्यू में 2.6 अरब डॉलर का निवेश है। गौरतलब है कि साल 2022 में गौतम अडानी के नेतृत्व वाले समूह ने 10.5 अरब डॉलर के सौदे में प्रमुख भारतीय सीमेंट प्लेयर्स, अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी का अधिग्रहण पूरा किया था। इसके साथ ही यह देश का दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट प्लेयर बन गया।
Read also: फिर से पकड़ रहा कोरोना अपनी रफ्तार,113 दिनों बाद पहली बार सामने आए सबसे ज्यादा केस
अडानी के शेयरों में तेजी जारी
Hindenburg की रिसर्च रिपोर्ट इस साल 24 जनवरी को पब्लिश हुई थी, इसके अगले दिन से ही अडानी की कंपनियों के शेयरों में सुनामी आ गई थी और हर बीतते दिन के साथ उन्हें जबरदस्त घाटा उठाना पड़ा रहा था। हालांकि, बीते 10 दिनों से कंपनियों के स्टॉक्स में जोरदार तेजी देखने को मिल रही है और इसके चलते गौतम अडानी की संपत्ति में भी बड़ा इजाफा होता दिख रहा है। अमेरिकी फर्म GQG पार्टनर्स द्वारा अडानी की चार कंपनियों में 15,446 करोड़ रुपये के निवेश के बाद शेयरों में और तेजी देखने को मिली है।