नूंह मेवात: हरियाणा सरकार ने शिक्षा विभाग में अध्यापकों की तबादला प्रक्रिया अगस्त 2022 में चालू कर रखी है, जिसका चौतरफा विरोध हो रहा है, अध्यापकों के साथ-साथ ग्रामीणों में भी इसके प्रति पूरा रोष है। क्योंकि सरकार की इस ट्रांसफर नीति से माध्यमिक विद्यालय लगभग अध्यापक रहित होने की कगार पर हैं। नूंह जिला के खंड पिनगवां के राजकीय मिडिल स्कूल मोहम्मदपुर गांव के सभी 4 अध्यापकों का तबादला कर स्कूल से सभी पद खत्म करने से नाराज ग्रामीणों और बच्चों ने सोमवार को स्कूल पर ताला जड़कर स्कूल के गेट पर धरना पर बैठ गए। इस मौके पर सरकार और शिक्षा विभाग के खिलाफ बच्चों और ग्रामीणों में काफी रोष नजर आया। उसके बाद स्कूल अध्यापक और उच्च अधिकारियों के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने ताला खोल दिया।
गांव मोहम्मदपुर निवासी ने राशिद खान और बलेस रानी ने बताया कि उन्हें अध्यापकों के तबादले से कोई नाराजगी नहीं है, बल्कि सरकार अगर उनके स्कूल से अध्यापकों का तबादला करती है तो उनकी जगह दूसरे अध्यापक भेजे जाए। लेकिन सरकार ऐसा नहीं कर रही है। जिससे उनके बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। उन्होंने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि उनके स्कूल में जल्द से जल्द अध्यापकों को भेजा जाए या फिर जो मौजूद अध्यापक हैं उनके तबादले को रोका जाए।
ग्रामीणों का कहना है कि सरकारी स्कूलों में गरीब लोगों के बच्चे ही पढ़ते हैं। जब स्कूल बंद हो जाएंगे तो गरीब अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में नहीं पढ़ा सकेंगे, इसलिए सरकार को चाहिए कि सरकारी स्कूलों में ज्यादा से ज्यादा खाली पड़े पदों को भरा जाए, जिससे गरीब लोग भी अपने बच्चों की पढ़ाई जारी रख सकें। उनके स्कूल में पहले ही अध्यापकों की कमी है। और अगर उनके अध्यापक चले जाएंगे तो उनकी पढ़ाई प्रभावित होगी। जब अध्यापक नहीं होंगे तो वह पढ़ाई कैसे पढ़ कर पाएंगी। उन्होंने सरकार से मांग की है कि उनके स्कूल से अध्यापकों का तबादला न किया जाए, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित न हो।
Read also:हरियाणा किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष किसान नेता प्रह्लाद सिंह भारूखेड़ा पर जानलेवा हमला
स्कूल के अध्यापक मुबारक हुसैन ने बताया कि उनके मिडिल स्कूल में 176 बच्चे हैं जिनके लिए 6 पोस्ट स्वीकृत हैं जिनकी जगह विद्यालय में सिर्फ 4 अध्यापक कार्यरत है, चारों अध्यापकों का सरकार की नीति के अनुसार तबादला हो गया है। जबकि स्कूल में अभी किसी दूसरे अध्यापक की नियुक्ति भी नहीं की गई है। स्कूल में अध्यापक के पदों को सरकार ने खत्म करने के आदेश दिए हैं। इसके अलावा मिडिल स्कूल में 444 बच्चे हैं, जिनके लिए 11 अध्यापक और एक हेड मास्टर की पोस्ट है। जिनकी जगह पर एक भी नियमित अध्यापक नहीं है। इस विद्यालय में मात्र 3 अतिथि अध्यापक बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं।