(हर्षित मिश्रा): दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर किसानों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। लगभग 300 से 400 की संख्या में हरियाणा से दिल्ली बॉर्डर पहुंचे किसानों को चेकिंग के बाद आगे के लिए रवाना कर दिया है। किसानो की तरफ से एक दिवसीय महापंचायत में शामिल होकर अपनी मांगों को मनवाने की कोशिश करने की बात की गयी है। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा दिल्ली के जंतर-मंतर पर एक दिवसीय महापंचायत का ऐलान किया गया जिसमें हजारों की संख्या में किसान देश के अलग-अलग कोने से जंतर-मंतर पहुंच रहें है। जंतर मंतर पर किसानों का प्रदर्शन जारी है। हालांकि जंतर -मंतर पर अबतक लगभग 5000 तक किसान प्रदर्शन के लिए पहुंच चुके है। वहीं गाजीपुर बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस द्वारा 19 किसानो को हिरासत में लिया है।
सुबह से दिल्ली के बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद थी। गाड़ियों की चेकिंग की जा रही थी जब किसानों का जत्था दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पहुंचा तो दिल्ली पुलिस द्वारा चेकिंग कर किसानों की जानकारी नोट की गई और उन्हें आगे के लिए रवाना कर दिया गया। बताया जा रहा था कि किसानों को रोका जाएगा आगे नहीं जाने दिया जाएगा लेकिन जब किसानों की बसें और गाड़ियां सिंघु बॉर्डर पर पहुंची तो उन्हें चेकिंग करके आगे के लिए दिल्ली पुलिस द्वारा रवाना कर दिया गया। जहां से अब किसान जंतर-मंतर पहुंच रहें है। साथ ही जानकारी में बताया गया है शाम 4 बजे तक महापंचायत कर राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा जाएगा। और आगे की रणनीति भी तय की जाएगी।
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किसानो का कहना है वो एक दिवसीय धरने में शामिल हुए है। जिसके तहत वो चाहते है की उनकी मांगो को पूरा किया जाए। लेकिन अगर सरकार उनकी मांगो को नहीं मानती है तो उन्हें मजबूरन प्रदर्शन आगे बढ़ाना पड़ेगा। केंद्र सरकार ने उनके साथ वादाखिलाफी की है इसीलिए अब किसान दोबारा से आंदोलन करने का मन बना चुके हैं। साथ ही चेतावनी भी दी कि अगर जल्द ही केंद्र सरकार ने किसानों की बात नहीं मानी तो एक साल पहले जो आंदोलन हुआ था उससे भी बड़े आंदोलन के लिए केंद्र सरकार तैयार रहे।