(प्रदीप कुमार) – आज कांग्रेस मुख्यालय में EVM और 30 करोड़ प्रवासी वोटरों को लेकर बड़ी बैठक हुई। बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, जयराम रमेश और विवेक तन्खा ने विशेषज्ञों के साथ करीब डेढ़ घंटे बैठक की। बैठक के बाद कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा की कांग्रेस EVM विरोधी नही है,लेकिन इसको लेकर लोगों के मन में जो संदेह है उसे चुनाव आयोग को दूर करना चाहिए। दिग्विजय सिंह ने कहा की चुनाव आयोग को ये बताना चाहिए कि ये मशीन स्टैंड अलोन है की नही, इसकी मैन्युफैक्चरिंग कहां ही रही है, इसका चिप कौन बना रहा है।
कांग्रेस की आज की बैठक चुनाव आयोग द्वारा 16 जनवरी को बुलाई गई बैठक से पहले पार्टी स्टैंड तय करने के लिए बुलाई गई थी। आज की बैठक में एक बड़ा मुद्दा 30 करोड़ प्रवासी मतदाताओं का भी था। दिग्विजय सिंह ने इस आंकड़े पर सवाल उठाते हुए कहा की ये आंकड़ा चुनाव आयोग के पास कैसे आया। जानकारी के मुताबिक आने वाले चुनाव में एक राज्य से दूसरे राज्य में काम काज के लिए विस्थापित वोटरों को अपने राज्य के मतदान में हिस्सा लेने के लिए नए नियम बनाने पर विचार कर रहा है। इसके मायने ये है की अगर कोई व्यक्ति काम के सिलसिले में दूसरे राज्य में चला भी जाता है तो वो वहां से अपने राज्य के मतदान में भाग ले सकता है। अभी तक सिर्फ देश की सुरक्षा में लगे जवानों को पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान में भाग लेने की छूट मिली हुई है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग के इस प्रयोग पर भी सवाल उठाया है।
Read also:- आर्मी डे से पहले सीमा सुरक्षा को लेकर क्या बोले सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे
दिग्विजय सिंह ने कहा की चुनाव आयोग ये कैसे तय करेगा की कितने समय से बाहर रह रहा व्यक्ति चुनाव में वोट डालने के योग्य है। आज की बैठक में पार्टी ने इसको लेकर कानूनी पहलू पर भी विचार किया है। कांग्रेस पार्टी अतीत में भी EVM को लेकर सवाल उठाती रही है। आज की बैठक के बाद हालांकि दिग्विजय सिंह ने कहा की कांग्रेस EVM विरोधी नही है। लेकिन उसको लेकर उठ रहा संदेह भी स्वाभाविक है।दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस चाहती है की चुनाव आयोग EVM की विश्वसनीयता और पारदर्शिता को देश और राजनीतिक दलों के सामने सुनिश्चित करे।