(अजय पाल) – आज देश में 26 वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। भारत सरकार हर साल राष्ट्रीय युवा दिवस को बड़े स्तर पर आयोजित करती है। इस बार राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम खेल मंत्रालय एवं कर्नाटक सरकार के सहयोग से 12 से 16 जनवरी तक कर्नाटक के हुबली धारवाड़ में 26 वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 में कलकत्ता के कायस्थ परिवार में हुआ था। स्वामी विवेकानंद के बचपन का नाम नरेन्द्रनाथ दत्त था और पिता कलकत्ता हाईकोर्ट में वकील थे। जबकि मां भुवनेश्वरी देवी धार्मिक संस्कारों की महिला थी। प्रत्येक युवा देश के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
पीवी सिंधु
पीवी सिंधु का जन्म 5 जुलाई 1995 में हैदराबाद में हुआ था। सिंधु का पूरा नाम पुसरला वेंकट सिंधु है। सिंधु के माता पिता राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी थे। साल 2009 में सिंधु ने सब जूनियर एशियाई बैडमिंटन प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीता था। इसके अलावा 2016 में रियो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीता था। यह पीवी सिंधु की कठिन मेहनत व लग्न का ही नतीजा था।
अरुणिमा सिन्हा
विश्व की सात महाद्वीपों की चोटियों पर तिरंगा लहराने वाली एकमात्र दिव्यांग पर्वतारोही अरुणिमा सिन्हा की कहानी युवाओं के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं है। कृत्रिम पैर के सहारे एवरेस्ट की चोटी पर तिरंगा फहराने वाली अरुणिमा सिन्हा ने एक दुखद हादसे में अपना पैर गंवा दिया था। लेकिन अरुणिमा ने कभी हिम्मत कभी नहीं हारी। अगर आप कोई बड़ा लक्ष्य पाना चाहते हैं तो आप सबसे पहले आप छोटे छोटे लक्ष्यों को प्राप्त करने की कोशिश करें। तो आपको सफलता जरूर मिलेगी। ऐसे कहा जाता है कि इस घटना का दो साल बाद दुनिया की सबसे पर्वत की चोटी पर अरुणिमा सिन्हा ने तिरंगा फहराया था।
सुंदर पिचाई
सुंदर पिचाई ऐसा नाम है जिन्हें दुनिया में हर कोई जानता है। सुंदर पिचाई Google के ceo है। सुंदर पिचाई का जन्म मदुरै तमिलनाडु में हुआ था। उनकी माता का नाम लक्ष्मी व पिता का नाम रघुनाथ पिचाई है । भारतीय मूल के सुंदर पिचाई ने दसवीं की शिक्षा जवाहर नवोदय विद्यालय से प्राप्त की थी। चेन्नई में पले-बढ़े सुंदर पिचाई ने अपनी 10वीं तक की पढ़ाई जवाहर विद्यालय से की। 12वीं पास करने के बाद पिचाई ने आईआईटी खड़गपुर से मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में बैचलर डिग्री प्राप्त की। सुंदर पिचाई को बचपन से ही पढ़ाई में रुचि थी जिसके कारण उन्हें सिल्वर मेडल मिला।
स्कॉलरशिप की सहायता से अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से मैटेरियल साइंस में एमएस किया, और इसके बाद पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी के व्हार्टन स्कूल से एमबीए की डिग्री ली। पिचाई के 12वीं में 75 प्रतिशत नंबर प्राप्त किये थे। भारतीय मूल के गूगल और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई को बिजनेस के सेक्टर के लिए साल 2022 में पद्म भूषण सम्मान दिया गया। सुंदर पिचाई भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक हैं। 2019 में उन्हें गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट का सीईओ बनाया गया । उनकी सफलता आईटी सेक्टर में काम कर रहे युवाओं के लिए प्रेरणा है।
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ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक
ऋषि सुनक ने 2014 में पहली बार राजनीति में कदम रखा था। 2015 में उन्होंने रिचमंड से चुनाव लड़ा व जीत हासिल की। 2017 में उन्होंने एक बार फिर चुनाव में जीत मिली। इसके बाद 13 फरवरी 2020 ऋषि सुनक को उन्हें इंग्लैंड का वित्त मंत्री बनाया गया। ईमानदारी व कठिन मेहनत के तौर पर आखिरकार उन्हें ब्रिटेन के पीएम पद तक पहुंचने का मौका मिला। जो उनके लिए बहुत बड़ी उपलब्धि थी। ऋषि सुनक ने भारत के उद्योगपतियों इंफोसिस के संस्थापक नारायणमूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से शादी की है। सुनक और अक्षता की दो बेटियां हैं। उनकी बेटियों के नाम अनुष्का सुनक और कृष्णा सुनक है। युवाओं के लिए सबसे बड़ी सीख उसे ये लेनी चाहिए कि वह अपने लक्ष्य को लेकर केंद्रित रहें। एक दिन उन्हें सफलता जरूर मिलेगी।