(प्रदीप कुमार): संसद के बजट सत्र से पहले पीएम मोदी ने संसद परिसर में बयान दिया और हंगामा करने वाले सांसदों पर निशाना साधा।पीएम मोदी ने कहा कि ये सत्र संसद में लोकतंत्र का चीरहरण करने वाले सांसदों के लिए पश्चाताप करने का मौका है।पीएम मोदी ने कहा कि, ‘मैं आशा करता हूं कि इस साल में जिसको जो रास्ता सूझा, उस प्रकार से संसद में सबने अपना-अपना कार्य किया। मैं इतना जरूर कहूंगा कि कुछ लोगों का स्वभाव ‘आदतन हुड़दंगी’ हो गया है, जो आदतन लोकतांत्रिक मूल्यों का चीरहरण करते हैं, ऐसे सभी माननीय सांसद आज आखिरी सत्र में जरूर आत्मनिरीक्षण करेंगे कि 10 साल में उन्होंने क्या किया।’पीएम ने कहा कि’इस नए संसद भवन में जो पहला सत्र हुआ था।
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उसके आखिर में संसद ने एक बहुत ही गरिमापूर्ण फैसला लिया था। वो फैसला था नारीशक्ति वंदन अधिनियम।पीएम ने आगे कहा कि उसके बाद 26 जनवरी को हमने देखा किस प्रकार से देश में कर्तव्य पथ पर नारी शक्ति की सामर्थ्य को, शौर्य को, संकल्प की शक्ति को अनुभव किया और आज बजट सत्र का आरंभ हो रहा है,जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का मार्गदर्शन और कल निर्मला सीतारमण का अंतरिम बजट एक प्रकार से नारी शक्ति के साक्षात्कार का पर्व है।’प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि देश की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण गुरुवार को बजट पेश करने वाली हैं।मुझे विश्वास है कि देश नित्य प्रगति की नई-नई ऊंचाइयों को पार करते हुए आगे बढ़ रहा है।पीएम मोदी ने कहा कि यह सत्र चुनाव से पहले का अंतरिम बजट सत्र है, इसके बाद चुनाव होगा। हम परंपरा के मुताबिक- इस अंतरिम बजट को पेश कर रहे हैं। चुनाव के बाद हम पूर्ण बजट पेश करेंगे। सबको मेरी राम-राम