Bibek Debroy– प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय ने मंगलवार को कहा कि जीएसटी के कारण सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है, जिसे एक दर के साथ न्यूट्रल होना चाहिए था।कलकत्ता चैंबर ऑफ कॉमर्स के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि जीएसटी से काफी सरलीकरण हुआ है।
उन्होंने कहा, “जनता के साथ-साथ जीएसटी परिषद के सदस्य भी चाहते हैं कि 28 प्रतिशत कर की दर कम हो, लेकिन “कोई नहीं चाहता कि जीरो और तीन प्रतिशत की कर दरें बढ़े। इस तरह, हमारे पास कभी भी आसान जीएसटी नहीं होगा। उन्होंने विस्तार से बताए बिना कहा कि जीएसटी प्रावधानों का ‘बहुत दुरुपयोग’ हो रहा है।
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बिबेक देबरॉय, अध्यक्ष, प्रधानमंत्री आर्थिक सलाहकार परिषद कहते है कि “आदर्श जीएसटी वो है, जिसमें एक ही दर हो और इसका उद्देश्य राजस्व को न्यूट्रल रखना था। वित्त मंत्रालय की गणना के अनुसार जब जीएसटी पहली बार लागू किया गया था, तो औसत दर कम से कम 17 प्रतिशत होनी चाहिए थी। लेकिन, मौजूदा दर 11.4 फीसदी है। जीएसटी की वजह से सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है। जनता के साथ-साथ जीएसटी परिषद के सदस्य भी चाहते हैं कि 28 प्रतिशत कर की दर कम हो, लेकिन “कोई नहीं चाहता कि जीरो और तीन प्रतिशत की कर दरें बढ़े। इस तरह, हमारे पास कभी भी आसान जीएसटी नहीं होगा।