Cancer: अप्रैल का महीना और भीषण गर्मी लोगों का घर से बाहर निकलना दुश्वार कर रहा है। लू चलने से लोगों को काफी दिक्कत हो रही है। घर से बाहर निकलने पर लोग डिहाइड्रेशन का शिकार हो रहे हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि ज्यादा गर्मी से केवल लू लगने का ही खतरा नहीं बल्कि अधिक गर्मी में बाहर निकलने पर लोगों को स्किन कैंसर का भी खतरा है वो कैसे आइए इस खबर में जानते हैं।
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बता दें कि देश के लोग गर्मी से परेशान हैं, भीषण गर्मी और हीट-वेव में घर से निकलने पर लोग डिहाइड्रेशन का शिकार हो रहे हैं। साथ ही लोगों को स्किन कैंसर, जिसे मेलानोमा कैंसर के नाम से भी जाना जाता है, उसका भी खतरा रहता है। शरीर के उन जगहों पर इस कैंसर का खतरा अधिक होता है जिस जगहों पर सूरज की रौशनी ज्यादा पड़ती है। तेज धूप से बचने के लिए कैंसर विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि अधिक से अधिक पानी पीना सुनिश्चित करें। साथ ही दोपहर 11 बजे से शाम 4 बजे तक धूप से दूर रहने की कोशिश करें।
डॉक्टरों के मुताबिक शरीर पर तेज धूप पड़ने के कारण सुबह 7 से 9 बजे तक ही बाहर जाएं, जब विटामिन डी मिलता है। उसके बाद धूप में बाहर निकलने पर शरीर को बहुत अधिक नुकसान होता है। सूरज से निकलने वाले अल्ट्रा वायलेट रेय्ज स्किन कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं। साथ ही स्किन कैंसर का खतरा उन लोगों में अधिक होता है जो फैमिली हिस्ट्री और कमजोर इम्युनिटी के साथ जन्मे हैं। लेकिन भारत में स्किन कैंसर का खतरा कम है। गोरे लोग स्किन कैंसर का अधिक खतरा रखते हैं। विशेष रूप से हाथों और गर्दन में कैंसर का खतरा अधिक है।
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स्किन कैंसर के लक्षण की बात करें तो शरीर पर मस्सा दिखाई देने लगता है। स्किन सफेद दाग होने के साथ ही स्किन पर खुजली होने लगती है। गर्दन पर लाल रंग का पैच दिखने लगता है। इसके अलावा अगर स्किन पर कुछ अलग तरह के बदलाव दिखने लगे तो तो स्किन कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। अगर आपको ये लक्षण दिखाई दें तो फौरन डॉक्टर्स से संपर्क करना चाहिए।