Screen Time on Mobile : वर्तमान समय में यूथ अधिक समय सोशल मीडिया में व्यतीत करता है।अधिक फोन का यूज करने से कई प्रकार की परेशानी हो सकती है।हाल में हेल्थ एक्सपर्ट ने चौंकाने वाला खुलासा किया बता दें कि बढ़ते स्क्रीन टाइम को शारीरिक और मानसिक दोनों तरह की सेहत के लिए खतरनाक माना जाता है। बच्चों से लेकर वयस्कों तक सभी उम्र के लोगों के लिए इसके दुष्प्रभाव देखे जाते रहे हैं।
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आखों में हो सकती है परेशानी- यूथ सोशल आजकल रील्स बनाकर सोशल मीडिया में शेयर करते है।फोन का अधिक यूज करने से आंखों की बढ़ती समस्याओं के लिए इसे प्रमुख कारक के रूप में जाना जाता है। रोशनी कम होने के साथ-साथ संज्ञानात्मक कौशल में कमी,मोटापा के लिए भी बढ़े हुए स्क्रीन टाइम को खतरा माना जा रहा है। 6 से 12 साल की आयु के बच्चों का स्क्रीनटाइम तीन घंटे से अधिक नहीं होना चाहिए।
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विशेषज्ञ ने जारी की एडवाइजरी – स्क्रीन टाइम को लेकर हाल में नई स्टडी की जिसमें ये दावा किया गया कि पेरेंट्स बच्चों को इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के उपयोग को प्रबंधित करने में मदद कर सकते हैं। ये बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि स्क्रीन टाइम के जिस तरह के दुष्प्रभाव हैं उससे कम उम्र में ही कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम हो सकता है।मोबाइल के साथ लंबे समय तक स्क्रीन शेयर करने से शारीरिक सक्रियता कम होने लगती है जिससे वजन बढ़ने और मोटापा का जोखिम बना रहता है। हेल्थ एक्सपर्ट ने बताया कि घंटों तक मोबाइल चलाने से जैसे हृदय रोग, डायबिटीज जैसे रोगों का प्रमुख कारण बन सकते है।
दो घंटे से अधिक न यूज करे स्क्रीन – वयस्क लोग पूरे दिन दफ्तर में मोबाइल व लैपटॉप पर काम में लगे रहते है ।हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार के लिए स्क्रीन के इस्तेमाल का समय प्रतिदिन दो घंटे से अधिक नहीं होना चाहिए।
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