नई दिल्ली(प्रदीप कुमार): जम्मू कश्मीर में टारगेट किलिंग से निपटने के लिए केंद्र सरकार का एक्शन प्लान शुरू हो गया है। गृह मंत्रालय में गृह मंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय बैठक कर हालात की समीक्षा की है और कई अहम दिशा निर्देश दिए हैं। यह बैठक तीन चरणों में हुई है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पहली बैठक में गृहमंत्री से मुलाकात कर राज्य के ताजा हालात की जानकारी दी है, इसके बाद आला अधिकारियों के साथ मुख्य समीक्षा बैठक की गई है और उसके बाद अमरनाथ यात्रा की तैयारियों को लेकर भी उच्च स्तरीय बैठक हुई है।
जम्मू कश्मीर में टारगेट किलिंग की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए बैठक में सुरक्षा अधिकारियों ने ताजा हालात का फीडबैक दिया है। खबर है कि बैठक में तय हुआ है कि कश्मीरी हिंदुओं को सुरक्षित करने के लिए सेफ जोन में भेजा जाएगा। जम्मू कश्मीर की बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री ने कड़ा रुख दिखाया है। गृहमंत्री ने कहा है कि कश्मीरी हो या नॉन कश्मीरी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएं।
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साथ ही स्थानीय लेवल पर खुफिया और सुरक्षा दायरा और बढ़ाया जाए। आतंक फैलाने वाले लोगों से सख्ती से निपटा जाए और उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा ना जाए। गृह मंत्री की ओर से दिए गए दिशा निर्देशों में कहा गया है कि कश्मीर में ऐसे इलाकों को चिन्हित किया जाए जहां इस तरह की वारदात हो सकती है। गृहमंत्री को बैठक के दौरान बताया गया है कि इस पूरे मामले में एंटी टेररिज्म ग्रिड पूरी तरह से एक्टिव है।
इसके अलावा गृहमंत्री अमित शाह ने एक अन्य बैठक में अमरनाथ यात्रा की तैयारियों को लेकर सुरक्षा हालात पर भी बैठक की है। इस बैठक में भी गृह मंत्रालय और जम्मू कश्मीर के आला अधिकारी मौजूद रहे। अमरनाथ यात्रा की तैयारियों को लेकर हुई इस बैठक में सिविल एविएशन,हेल्थ,रोड एंड ट्रांसपोर्ट मंत्रालय के अधिकारी भी शामिल हुए है।