प्रधानमंत्री की सुरक्षा चूक के बाद एक्शन में आई चन्नी सरकार ने हाई लेवल कमेटी गठित की

प्रदीप कुमार की रिपोर्ट- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पंजाब दौरे में सुरक्षा में हुई चूक पर केन्द्रीय गृह मंत्रालय को पंजाब सरकार की रिपोर्ट का इंतजार है।इस बीच पंजाब सरकार ने हाई लेवल कमेटी बनाने का फैसला किया है। यह कमेटी तीन दिन में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।
पंजाब सरकार की तरफ से बयान में कहा गया है कि पीएम मोदी के कल फिरोजपुर दौरे के समय उनकी सुरक्षा में हुई चूक की व्यापक जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया गया है।कमेटी में रिटायर्ड जस्टिस मेहताब सिंह गिल, और गृह मामलों के प्रिंसिपल सेक्रेटरी और जस्टिस अनुराग वर्मा होंगे। यह कमेटी तीन दिन के अंतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी
प्रधानमंत्री की सुरक्षा में कल हुई चूक का मामला सुप्रीम कोर्ट में भी उठा है।इस मामले पर कल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई भी होगी।

Read Also पीएम मोदी का काफिला रोके जाने के मामले पर जमकर सियासत, आम लोगों ने जताया रोष

इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा को लेकर पंजाब में जो लापरवाही हुई उसका जिम्मेदार कौन है इसे लेकर राजनीतिक घमासान भी बढ़ रहा है।बीजेपी इसके लिए पंजाब सरकार और वहां की पुलिस को जिम्मेदार ठहरा रही है। पंजाब बीजेपी के अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने चंडीगढ़ में राज्यपाल से मुलाकात कर मुख्यमंत्री चन्नी का इस्तीफा मांगा है।
वही पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है।
पीएम की सुरक्षा में चूक के बाद निशाने पर आयी कांग्रेस ने भी पलटवार तेज कर दिया है। कांग्रेस के बड़े नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करके कहा है कि पीएम के दौरे पर सुरक्षा की जिम्मेदारी एसपीजी और आईबी की होती है।
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि राज्य की पुलिस एसपीजी के निर्देशों और सलाह का पालन करती है।एसपीजी की अनुमति के बिना पीएम का काफिला आगे नहीं बढ़ सकता है।एसपीजी को बताना चाहिए कि बिना पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के प्रधानमंत्री को 2 घंटे से अधिक समय की सड़क यात्रा क्यों करवाई गई ? सीएम गहलोत ने कहा कि अगर किसानों के प्रदर्शन के बारे मेंं पहले ही जानकारी दे दी गई थी, तब भी प्रदर्शन वाले रास्ते में पीएम के काफिले को जाने की अनुमति एसपीजी ने क्यों दी ?
गहलोत ने साफ-साफ कहा कि ये एक गंभीर मुद्दा है।जिस पर राजनीति करने की बजाय SPG, IB और दूसरी एजेंसियों की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।
इस बीच एसपीजी और आईबी ने इस घटना की आंतरिक जांच के आदेश दे दिए हैं। इसमें यह पता चला जाएगा कि प्रधानमंत्री की सड़क यात्रा के दौरान एसपीजी नियमों का पालन हुआ था या नहीं
इसके साथ ही, आईबी ने क्या रिपोर्ट दी थी और केन्द्रीय पंजाब पुलिस ने क्या रिपोर्ट दी थी इसकी भी जांच की जाएगी। प्रधानमंत्री की सड़क यात्रा शुरू होने के बाद पुल पर पीएम मोदी के फंसने तक एसपीजी, स्थानीय पुलिस और आईबी के बीच क्या-क्या कम्युनिकेशन हुआ इसकी भी जांच की जाएगी। इसके साथ ही, वायरलेस की लॉग बुक में क्या-किया लिखा गया. साथ ही, दोनों एजेंसियों की रिपोर्ट के बाद प्रधानमंत्री सुरक्षा नियमों में भी कुछ परिवर्तन किए जा सकते हैं।

Top Hindi NewsLatest News Updates, Delhi Updates,Haryana News, click on Delhi FacebookDelhi twitter and Also Haryana FacebookHaryana Twitter

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *