MP News: कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने बुधवार को कहा कि बीजेपी और विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने उन शंकराचार्यों का अपमान किया है, जिन्होंने अयोध्या में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर आपत्ति जताई है।उन्होंने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के प्रमुख चंपत राय ने जमीन का घोटाला किया है।दिग्विजय सिंह ने कहा, “विश्व हिंदू परिषद ने कौन सा ठेका ले लिया धर्म का? उसका क्या अधिकार है राम मंदिर पर? ये हम लोगों का पैसा है, हम लोगों का चंदा है।”उन्होंने वीएचपी और बीजेपी पर लोगों को धर्म के आधार पर बांटने का भी आरोप लगाया।
चंपत राय क्या हैं? – दिग्विजय सिंह ने कहा, “चंपत राय क्या हैं? विश्व हिंदू परिषद के प्रचारक हैं और जिन्होंने जमीन का घोटाला किया है। ऐसे व्यक्ति को इन्होंने प्रमुख बनाया हुआ है। जो अपमानित कर रहा है, धर्म को बांट रहा है, धर्मगुरुओं को बांट रहा है, राम नंदी संप्रदाय और शंकराचार्य के बीच खाई पैदा कर रहा है। वहां की पूजा भी निर्मोही अखाड़ा करता था। उसका अधिकार क्यों छीना गया? इनके पास बांटने के अलावा कोई काम नहीं है। पहले धर्म के नाम पर बांटा हिंदू-मुसलमानों को, अब भगवान राम को बांटने की कोशिश कर रहे हैं।”बीजेपी ने बुधवार को प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण अस्वीकार करने के लिए कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी की आलोचना करते हुए कहा कि वे “अपना दिमाग खो चुके हैं” जैसा कि रावण ने “त्रेता युग” में किया था।बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नलिन कोहली ने पीटीआई वीडियो को बताया कि कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर कहा है कि उसके नेता 22 जनवरी के समारोह के लिए अयोध्या नहीं जाएंगे।
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भगवान राम को बांटने की कोशिश कर रहे हैं – राम मंदिर बन रहा है, हमारे लोगों के चंदे से, हम लोगों ने चंदा दिया है और हमारी ये घोर आपत्ती है कि अपमानित किया जा रहा है हमारे शंकराचार्य जी को, हमारे राम नंदी संप्रदाय को। विश्व हिंदू परिषद ने कौन सा ठेका ले लिया धर्म का? उसका क्या अधिकार है राम मंदिर पर? ये हम लोगों का पैसा है, हम लोगों का चंदा है और नरसिम्हा राव जी ने रामा लैंड न्यास बनाया था, चारों शंकराचार्य, राम नंदी संप्रदाय के प्रमुख, इनका रामा लैटर बना है जो आज भी कायम है।उसको अधिकार क्यों नहीं दिया। चंपत राय क्या हैं? विश्व हिंदू परिषद के प्रचारक हैं और जिन्होंने जमीन का घोटाला किया है। ऐसे व्यक्ति को इन्होंने प्रमुख बनाया हुआ है। जो अपमानित कर रहा है, धर्म को बांट रहा है, धर्मगुरुओं को बांट रहा है, राम नंदी संप्रदाय और शंकराचार्य के बीच खाई पैदा कर रहा है। वहां की पूजा भी निर्मोही अखाड़ा करता था। उसका अधिकार क्यों छीना गया? इनके पास बांटने के अलावा कोई काम नहीं है। पहले धर्म के नाम पर बांटा हिंदू-मुसलमानों को, अब भगवान राम को बांटने की कोशिश कर रहे हैं।”
(SOURCE PTI )
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