नई दिल्ली: वरिष्ठ कांग्रेस नेता पीसी चाको ने कांग्रेस से नाता तोड़ते हुए अपना इस्तीफा पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेज दिया है।
केरल में 6 अप्रैल को होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले चाको का इस्तीफा कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। वह पिछले साल से ही पार्टी से असंतुष्ट चल रहे थे।
सूत्रों के अनुसार, पीसी चाको केरल में पार्टी की गुटबाजी की वजह से नाराज चल रहे थे और उसी वजह से उन्होंने पार्टी छोड़ी है। पीसी चाको ने पिछले साल कांग्रेस पार्टी के दिल्ली प्रभारी के पद से भी त्यागपत्र दे दिया था।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को अबतक की सबसे बड़ी हार का सामना करना पड़ा था, पार्टी को एक भी सीट नहीं मिल पायी थी और वोट प्रतिशत और भी घट गया था।
पीसी चाको से जब हार के बारे में पूछा गया था तो उन्होंने बताया था कि 2013 में जब शीला दीक्षित दिल्ली की मुख्यमंत्री हुआ करती थीं तभी से दिल्ली में कांग्रेस का ग्राफ गिरना शुरू हो गया था।
इस्तीफे की घोषणा के बाद पीसी चाको ने कहा कि मैं कई दिनों से इस फैसले पर सोच रहा था, मैं केरल से हूं, जहां कांग्रेस पार्टी जैसा कुछ नहीं है, वहां 2 पार्टियां हैं- कांग्रेस (आई) और कांग्रेस (ए), वहां 2 पार्टियों की कोऑर्डिनेशन कमिटी है, जो केपीसीसी के रूप में काम कर रही है।