Congress President votes Reasult : कांग्रेस पार्टी को आज अपना पार्टी नया अध्यक्ष मिल गया। जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में खड़गे की जीत हुई है। कुल 9385 में से 7897 वोट मिले हैं। वहीं शशि थरूर 1072 पर ही सिमट गए। इसके बाद दिल्ली में AICC कार्यालय के बाहर जश्न का माहौल देखा गया। बता दें की कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर मैदान में थे। कांग्रेस को 24 साल बाद गैर-गांधी अध्यक्ष मिलेगा। आज सुबह 10 बजे से ही कांग्रेस मुख्यालय में मतगणना की शुरुआत हो चुकी है। जिसके लिए कांग्रेस केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री दिल्ली में पार्टी मुख्यालय पहुंचे। कांग्रेस अध्यक्ष पद के मुकाबले के बाद आज नतीजे का दिन है। कांग्रेस मुख्यालय में वोटों की गिनती जारी है।
वहीं अब आंध्र प्रदेश में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का मीडिया के सामने एक बयान आया है की मैं अपनी और ना ही कांग्रेस के अध्यक्ष की भूमिका के बारे में कुछ कह सकता हूं। वह काम (मल्लिकार्जुन) खड़गे साहब का है। मेरी भूमिका क्या होगी वह अध्यक्ष तय करेंगे।
बता दें की कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर आमने-सामने हैं। इसी के साथ करीब 24 साल बाद गैर गांधी कोई नेता देश की सबसे पुरानी पार्टी का अध्यक्ष चुना जाएगा। कांग्रेस मुख्यालय में मतगणना की शुरुआत आज सुबह 10 बजे ही शुरू हो चुकी है। चुनाव में कुल 9900 वोटर्स में से 9500 ने वोट डाले थे। रुझानों में खड़गे की जीत तय बताई जा रही है, क्योंकि यह माना जा रहा है कि उन्हें गांधी परिवार का समर्थन हासिल है। वहीं कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि खड़गे 90% से ज्यादा वोटों से जीत रहे हैं।
बता दें 17 अक्टूबर को कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए हुई वोटिंग के बाद देशभर में बनाए गए बूथों से मतपेटियां AICC मुख्यालय भेजी गई थीं। बुधवार को काउंटिंग शुरू होने से पहले मतपत्रों को आपस में मिक्स कर दिया गया, ताकि यह पता न चल सके कि किस उम्मीदवार को किस राज्य से कितने वोट मिले हैं। इसके बाद वोटों की छंटनी की गई। इस प्रक्रिया के बाद 50-50 मतपत्रों के बंच बनाकर उनकी काउंटिंग की जा रही है। इस दौरान हर बंच की गिनती का रिकॉर्ड रखा जा रहा है।
कांग्रेस की सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी ने चुनाव में 36 पोलिंग स्टेशनों पर 67 बूथ बनाए थे। सबसे ज्यादा 6 बूथ UP में थे। हर 200 डेलिगेट्स के लिए एक बूथ बनाया गया था। भारत जोड़ो यात्रा में शामिल राहुल गांधी समेत 47 डेलिगेट्स ने कर्नाटक के बेल्लारी में वोट डाला था। वोटिंग से पहले राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, पंजाब और हरियाणा समेत कई राज्यों में शशि थरूर को पोलिंग एजेंट्स नहीं मिले। कांग्रेस ने इसके बाद नियमों में बदलाव किया और उन्हें पोलिंग एजेंट्स उपलब्ध कराए गए। इसी बीच, शशि थरूर ने एक ट्वीट में लिखा- कुछ लड़ाइयां हम इसलिए भी लड़ते हैं कि इतिहास याद रख सके कि वर्तमान खामोश नहीं था।
17 अक्टूबर को हुए वोटिंग के बाद शशि थरूर ने बयान दिया था की कांग्रेस की किस्मत का फैसला कार्यकर्ता करेंगे। कांग्रेस में परिवर्तन का दौर शुरू हो गया है। मैंने खड़गे जी से बात की है और उन्हें शुभकामनाएं दी हैं। परिणाम कुछ भी हो, हम सहयोगी बने रहेंगे।
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वहीं मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इस बारे में दोस्ताना बयान देते हुए कहा था की यह हमारे आंतरिक चुनाव का हिस्सा है। हमने एक-दूसरे से जो कुछ भी कहा वह मैत्रीपूर्ण ही है। हमें मिलकर पार्टी बनानी है। थरूर ने मुझे फोन किया और शुभकामनाएं दीं और मैंने भी उन्हें मुबारकबाद दी है।
बता दें इस चुनाव में जितने वाला कांग्रेस अध्यक्ष बनने वाला 65वां नेता होगा। अगर खड़गे जीतते हैं तो वह कांग्रेस अध्यक्ष बनने वाले दूसरे दलित नेता होंगे। इससे पहले बाबू जगजीवनराम कांग्रेस अध्यक्ष बनने वाले पहले दलित नेता थे। आजादी के बाद 75 साल में से 42 साल तक पार्टी की कमान गांधी परिवार के पास रही। वहीं, 33 साल पार्टी अध्यक्ष की बागडोर गांधी परिवार से अलग नेताओं के पास रही।
कांग्रेस में अध्यक्ष पद के लिए आखिरी बार साल 1998 में वोटिंग हुई थी। तब सोनिया गांधी के सामने जितेंद्र प्रसाद थे। सोनिया गांधी को करीब 7,448 वोट मिले, जबकि जितेंद्र प्रसाद 94 वोटों पर ही सिमट गए। लेकिन इस बार राहुल गाँधी के अध्यक्ष पद से इंकार करने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए वोटिंग कराई गयी।