( सत्यम कुशवाह ) Delhi Flood- देश की राजधानी में बाढ़ के कारण स्थिति भयावह बनी हुई है। यमुना का जलस्तर फिलहाल कुछ कम तो हुआ है, लेकिन दिल्लीवालों के लिए संकट बरकरार है। बाढ़ पीड़ितों के लिए राजधानी में राहत व बचाव कार्य जारी है। इसी बीच उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और सीएम केजरीवाल ने भी आज दिल्ली के हालातों और यमुना के उफान का जायजा लिया है।
उपराज्यपाल ने दिया ये बयान-
दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कहा है कि जिस तरह से यहां काम हो रहा है, हम सफल होंगे। यमुना का बहाव बहुत तेज है। उसे रोकना जरूरी है। यह समय किसी को दोष देने या टिप्पणी करने का समय नहीं है। अभी हमें टीम वर्क करने की जरूरत है। मैं भी बहुत कुछ कह सकता हूं लेकिन अभी इसकी जरूरत नहीं है।
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वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज के साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की इमारत के पास क्षतिग्रस्त नाले का निरीक्षण किया। निरीक्षण करने के बाद दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग कारण से पानी आ रहा है जैसे ITO पर यहां नाले के क्षतिग्रस्त होने की वजह से आया है, कहीं यमुना के कारण पानी आया है। अब राहत मिलनी शुरू हो जाएगी। धीरे-धीरे पानी नीचे जाने लगा है। अभी जलस्तर 208.38 तक आ गया है।
पानी की कटौती पर बोले दिल्ली सीएम –
इसके साथ ही दिल्ली में पानी की कटौती पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बाढ़ आने की वजह से यमुना का पानी पंप रूम, मशीन में आ गया है। अगर हम प्लांट को चलाएंगे तो उनमें करंट आएगा। जब तक पानी का स्तर कम नहीं होगा और पानी के स्तर कम होने के 24 घंटे बाद भी हम मशीन नहीं चला सकते क्योंकि मशीनों को सुखाने में भी समय लगेगा।
इसके दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री मिनाक्षी लेखी ने दिल्ली में बाढ़ की स्थिति पर बयान देते हुए कहा कि दिल्ली ने उन लोगों को वोट दिया है जो दिल्ली की मदद के लिए आज तैयार नहीं हैं। हर समय जब विपदा आती है तब काम करने की जगह वे(AAP) बोलते हैं कि ये गृह मंत्रालय का काम है, ये LG ने किया है, हरियाणा पानी छोड़ रहा है, पर काम नहीं करते। उनके बयान में पंजाब खो जाता है। कोरोना के समय में केंद्र ने उन्हें ऑक्सीजन दिया था लेकिन उनके पास ऑक्सीजन रखने के पर्याप्त साधन नहीं थे।