नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की मोबाइल वैन ने सोमवार से राष्ट्रीय राजधानी में टमाटर के अलावा 25 रुपये प्रति किलो की रियायती दर पर प्याज बेचना शुरू कर दिया है प्याज की कीमत बढ़ने की वजह से शनिवार को केंद्र ने प्याज के निर्यात पर 40 फीसदी शुल्क लगा दिया था सस्ते में प्याज खरीदने के लिए ग्राहकों की लंबी कतार दिखी डेढ़ घंटा लाइन में खड़े होने का बाद में मुझे प्जाय मिला है। बाजार में रेट ज्यादा हो गएं हैं तो इसलिए हमने 25 रुपये प्रति किलो प्याज लिया है। यही डर है कि आगे प्याज और महंगी हो जाएगी।
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जब आ रहे थे तो पता लगा कि वहां पर इतना रेट मिल रहा है तो थोड़ा कम लगा तो हमने भी ले लिया ऑफिस से आए हैं और जिस हिसाब से भीड़ है। तो ऐसा लग रहा है कि रेट बढ़ेंगे इसलिए सरकार हमें इतना सस्ता मुहैया कर रही है प्याज के निर्यात में बढ़ोतरी को देखते हुए केंद्र ने भारी शुल्क लगाया है इस वित्तीय साल में एक अप्रैल से चार अगस्त के बीच 9.75 लाख टन प्याज का निर्यात हो चुका है।
प्याज के तीन टॉप आयातक देश हैं बांग्लादेश, मलेशिया और संयुक्त अरब अमीरात कुछ उपभोक्ताओं को उम्मीद है कि रियायती दर पर प्याज बेचने से प्याज की कीमत कम होगी ये एनसीसीएफ की अच्छी पहल है, इसी से रेट कंट्रोल में आएगा ओपन मार्केट में, नहीं तो रेट एकदम बढ़ते हैं। ये एनसीसीएफ कंट्रोल रेट पर बेचेगी तो मार्केट के रेट अपने आप कम आ जाएंगे सरकार के पास वित्तीय साल 2023-24 के लिए तीन लाख टन प्याज का बफर स्टॉक है। इस साल बफर के लिए दो लाख टन ज्यादा प्याज खरीदने का फैसला किया गया है।